फिल्म निर्माता व निर्देशक नीरद नारायण महापात्रा का निधन-(22-FEB-2015) C.A

| Sunday, February 22, 2015
फिल्म निर्माता-निर्देशक नीरद नारायण महापात्रा का 19 फरवरी 2015 को मुंबई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 67 वर्ष के थे. नीरद के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे व एक बेटी हैं. नीरद राष्ट्रीय फिल्म ज्यूरी के सदस्य थे. इसके अलावा कई बार भारतीय पैनोरमा के चयन पैनल के सदस्य भी रहे.
नीरद नारायण महापात्रा से संबंधित मुख्य तथ्य 
नीरद नारायण महापात्रा वर्ष 1968 में निर्देशन कोर्स की पढ़ाई करने के लिए पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) में प्रवेश लिया. 
वह एफटीआईआई में 1972-1974 तक व्याख्याता रहे. उन्होंने विधु विनोद चोपड़ा, केतन मेहता आदि को शिक्षा प्रदान की.
नीरद अपनी पहली उड़िया फिल्म 'माया मृग्या' (1984) से विश्व स्तर पर प्रसिद्धि पाई. 
• 'माया मृग्या' को वर्ष 1984 में भारतीय पैनोरमा में दूसरी सबसे अच्छी राष्ट्रीय फिल्म घोषित किया गया.
• 'माया मृग्या' को मैनहेम-हीडलबर्ग अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में विश्व की तीसरी सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित किया गया था.
• 'माया मृग्या' ने हवाई फिल्म उत्सव (अमेरिका) और क्रिटिक्स वीक ऑफ कान्स (फ्रांस) में स्पेशल ज्यूरी अवार्ड भी जीता था.
नीरद ने हालांकि, कभी कोई अन्य फीचर फिल्म नहीं बनाई. उनका ध्यान वृत्तचित्रों पर रहा, जिन्होंने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए. उनके कुछ प्रसिद्ध वृत्तचित्र पाटा पेंटिंग (1986), अपराजिता (1991), ए रे ऑफ़ होप (1996), चिलिका- ए फ्रैगिल इको सिस्टम (2001) है.
नीरद को वर्ष 1985 में अमेरिकी विश्वविद्यालयों में फिल्मों पर व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया था.
नीरद ने राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की.
नीरद का जन्म ओड़िसा के बालासोर जिले के भद्रक में 12 नवंबर 1947 को हुआ था.

1 comments:

Unknown said...

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