अमेरिका और ब्रिटेन ने
यमन में जारी अशांति के कारण वहां स्थित अपने दूतावास 10 फरवरी 2014 को बंद कर दिए. फरवरी 2014 के प्रथम सप्ताह में यमन के अधिकांश हिस्से पर शिया विद्रोहियों का कब्जा
होने के बाद वहां राजनीतिक संकट पैदा हो गया और इससे अमेरिका तथा ब्रिटेन की
सुरक्षा चिंताएं बढ गई.
अपने दूतावास बंद करने के
सन्दर्भ में अमेरिकी विदेश विभाग ने घोषणा की कि उसने यमन में जारी राजनीतिक
अस्थिरता तथा अनिश्चित सुरक्षा स्थिति के चलते सना स्थित अपने दूतावास में कामकाज
निलंबित कर दिया और अपने शेष कर्मियों को दूसरी जगह भेज दिया. यमन में खराब हो रही
राजनीतिक स्थिति के बीच ब्रिटेन ने भी वहां स्थित अपना दूतावास बंद कर दिया और
अपने सभी राजनयिक कर्मियों को वहां से निकाल लिया.
यमन स्थित अमेरिकी दूतावास के बंद होने से अरब देशों में अमेरिका
द्वारा दिसंबर 2010 के अरब स्प्रिंग की उथल पुथल के बाद
बंद किया गया यह तीसरा दूतावास है. इसके पूर्व फ़रवरी 2012 में
दमिश्क दूतावास (सीरिया) एवं जुलाई 2014 में त्रिपोली
दूतावास (लीबिया) को बंद कर दिया गया था.
विदित हो कि यमन में महीनों से संकट जारी है जहां ईरान से जुड़े शिया
हूती विद्रोही राजधानी की घेराबंदी किये हुए हैं.
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