मिस्र की सत्तारूढ़ सरकार ने मुस्लिम ब्रदरहुड को एक
आतंकवादी समूह 25 दिसंबर 2013 को
घोषित किया.
यह फैसला सरकारी अधिकारियों के ब्रदहुड समूह पर काहिरा के उत्तर में पुलिस मुख्यालय पर आत्मघाती बम विस्फोट करने के आरोप के बाद लिया गया. इस हमले में 16 लोगों की जान गई थी.
मिस्र के नेता सेना द्वारा राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी को अपदस्थ किए जाने के बाद से जुलाई 2013 में आंदोलन के साथ विरोध का सामना कर रहे थे. मोहम्मद मोर्सी मुस्लिम ब्रदरहुड के पूर्व मुखिया और मिस्र में लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए पहले राष्ट्रपति थे.
सरकार ने फैसला किया कि जो कोई भी मुस्लिम ब्रदरहुड से ताल्लुक रखता है या उसकी गतिविधियों का हिस्सा बनता है उसे एक आतंकवादी समझा जाएगा. अब तक मुस्लिम ब्रदरहुड के 23 समर्थकों को इस संगठन से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है.
काहिरा के कोर्ट ने पहले ही मुस्लिम ब्रदरहुड की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसे भंग करने एवं इसकी संपत्तियों को कब्जे में लेने के आदेश जारी कर दिए है.
मुस्लिम ब्रदरहुड के बारे में
मार्च 1928 में मिस्र में हसन–अल–बन्ना ने स्थापित किया था, समूह ने दूसरे इस्लामिक देशों में भी अपनी पहुंच बनाई लेकिन मिस्र में यह अपने संगठनों में सबसे बड़ा है. यह एक सुन्नी इस्लामिक धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक आंदोलन है.
इस पार्टी ने 2011– 12 में हुए संसदीय चुनावों में लगभग आधी सीटें जीती थी और इसके उम्मीदवार मोहम्मद मोरसी ने जून 2012 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की थी.
वर्ष 2012 के चुनाव देश का पहला लोकतांत्रिक ढंग से हुआ चुनाव था.
सेना द्वारा पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी को अपदस्थ करने के बाद, आयरलैंड के सुप्रीम कंस्टीट्यूशनल कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अदिल मंसूर ने देश में समय से पहले होने वाले राष्ट्रपति चुनावों की देखरेख करने के लिए 4 जुलाई 2013 को अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली.
यह फैसला सरकारी अधिकारियों के ब्रदहुड समूह पर काहिरा के उत्तर में पुलिस मुख्यालय पर आत्मघाती बम विस्फोट करने के आरोप के बाद लिया गया. इस हमले में 16 लोगों की जान गई थी.
मिस्र के नेता सेना द्वारा राष्ट्रपति मोहम्मद मोर्सी को अपदस्थ किए जाने के बाद से जुलाई 2013 में आंदोलन के साथ विरोध का सामना कर रहे थे. मोहम्मद मोर्सी मुस्लिम ब्रदरहुड के पूर्व मुखिया और मिस्र में लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए पहले राष्ट्रपति थे.
सरकार ने फैसला किया कि जो कोई भी मुस्लिम ब्रदरहुड से ताल्लुक रखता है या उसकी गतिविधियों का हिस्सा बनता है उसे एक आतंकवादी समझा जाएगा. अब तक मुस्लिम ब्रदरहुड के 23 समर्थकों को इस संगठन से जुड़े होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है.
काहिरा के कोर्ट ने पहले ही मुस्लिम ब्रदरहुड की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसे भंग करने एवं इसकी संपत्तियों को कब्जे में लेने के आदेश जारी कर दिए है.
मुस्लिम ब्रदरहुड के बारे में
मार्च 1928 में मिस्र में हसन–अल–बन्ना ने स्थापित किया था, समूह ने दूसरे इस्लामिक देशों में भी अपनी पहुंच बनाई लेकिन मिस्र में यह अपने संगठनों में सबसे बड़ा है. यह एक सुन्नी इस्लामिक धार्मिक, राजनीतिक और सामाजिक आंदोलन है.
इस पार्टी ने 2011– 12 में हुए संसदीय चुनावों में लगभग आधी सीटें जीती थी और इसके उम्मीदवार मोहम्मद मोरसी ने जून 2012 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की थी.
वर्ष 2012 के चुनाव देश का पहला लोकतांत्रिक ढंग से हुआ चुनाव था.
सेना द्वारा पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी को अपदस्थ करने के बाद, आयरलैंड के सुप्रीम कंस्टीट्यूशनल कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अदिल मंसूर ने देश में समय से पहले होने वाले राष्ट्रपति चुनावों की देखरेख करने के लिए 4 जुलाई 2013 को अंतरिम राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली.
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