शास्त्रीय गायिका किशोरी अमोनकर को दूसरे पंडित हरिप्रसाद
चौरसिया पुरस्कार हेतु चयनित किया गया. इनके चयन की जानकारी समारोह के आयोजक ने 23 दिसंबर 2013 को दी.
किशोरी अमोनकर को यह पुरस्कार संगीत के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए दिया जाना है. मुंबई की 82 वर्षीया किशोरी अमोनकर को यह पुरस्कार 4-5 जनवरी 2014 को आयोजित दो दिवसीय 7वें संगीत समारोह 'बांसुरी उत्सव' के दौरान बांसुरी वादक एवं संगीतकार हरिप्रसाद चौरसिया द्वारा प्रदान किया जाना है.
बांसुरी उत्सव
बांसुरी की लोकप्रियता बढ़ाने के उद्देश्य से पंडित चौरसिया के शिष्य संगीतज्ञ सोनार ने ही वर्ष 2007 में 'बांसुरी उत्सव' की शुरुआत की थी. पहले 'बांसुरी उत्सव' में 35 बांसुरी वादकों ने एकसाथ संगीत प्रस्तुति दी थी.
गुरुकुल प्रतिष्ठान
भारतीय शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने एवं इसका प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से गुरुकुल प्रतिष्ठान की स्थापना भी सोनार ने ही की.
पंडित हरिप्रसाद चौरसिया पुरस्कार
पंडित हरिप्रसाद चौरसिया पुरस्कार वर्ष 2012 में गुरुकुल प्रतिष्ठान द्वारा स्थापित किया गया. पंडित हरिप्रसाद चौरसिया पुरस्कार के तहत विजेता को एक लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं, तथा सम्मानित व्यक्ति के सम्मान में एक दृष्टांत पेश किया जाता है.
वर्ष 2012 में पहला पंडित चौरसिया पुरस्कार प्रख्यात कर्नाटक की बांसुरी वादक एन रामानी को दिया गया था.
किशोरी अमोनकर से सम्बंधित मुख्य तथ्य
• किशोरी अमोनकर हिंदुस्तानी शास्त्रीय परंपरा की प्रमुख गायिकाओं में से एक और जयपुर घराने की गायिका हैं.
• किशोरी अमोनकर को वर्ष 2002 में भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से तथा वर्ष 1987 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
• किशोरी अमोनकर को वर्ष 1985 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
• किशोरी अमोनकर को वर्ष 2009 में संगीत नाटक अकादमी फ़ेलोशिप प्रदान किया गया.
• किशोरी अमोनकर पर 'भिन्न षड़ज' नामक वृत्तचित्र फ़िल्म कलाकर अमोल पालेकर और उनकी पत्नी संध्या गोखले ने बनायी.
किशोरी अमोनकर को यह पुरस्कार संगीत के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए दिया जाना है. मुंबई की 82 वर्षीया किशोरी अमोनकर को यह पुरस्कार 4-5 जनवरी 2014 को आयोजित दो दिवसीय 7वें संगीत समारोह 'बांसुरी उत्सव' के दौरान बांसुरी वादक एवं संगीतकार हरिप्रसाद चौरसिया द्वारा प्रदान किया जाना है.
बांसुरी उत्सव
बांसुरी की लोकप्रियता बढ़ाने के उद्देश्य से पंडित चौरसिया के शिष्य संगीतज्ञ सोनार ने ही वर्ष 2007 में 'बांसुरी उत्सव' की शुरुआत की थी. पहले 'बांसुरी उत्सव' में 35 बांसुरी वादकों ने एकसाथ संगीत प्रस्तुति दी थी.
गुरुकुल प्रतिष्ठान
भारतीय शास्त्रीय संगीत को लोकप्रिय बनाने एवं इसका प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से गुरुकुल प्रतिष्ठान की स्थापना भी सोनार ने ही की.
पंडित हरिप्रसाद चौरसिया पुरस्कार
पंडित हरिप्रसाद चौरसिया पुरस्कार वर्ष 2012 में गुरुकुल प्रतिष्ठान द्वारा स्थापित किया गया. पंडित हरिप्रसाद चौरसिया पुरस्कार के तहत विजेता को एक लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं, तथा सम्मानित व्यक्ति के सम्मान में एक दृष्टांत पेश किया जाता है.
वर्ष 2012 में पहला पंडित चौरसिया पुरस्कार प्रख्यात कर्नाटक की बांसुरी वादक एन रामानी को दिया गया था.
किशोरी अमोनकर से सम्बंधित मुख्य तथ्य
• किशोरी अमोनकर हिंदुस्तानी शास्त्रीय परंपरा की प्रमुख गायिकाओं में से एक और जयपुर घराने की गायिका हैं.
• किशोरी अमोनकर को वर्ष 2002 में भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण से तथा वर्ष 1987 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
• किशोरी अमोनकर को वर्ष 1985 में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
• किशोरी अमोनकर को वर्ष 2009 में संगीत नाटक अकादमी फ़ेलोशिप प्रदान किया गया.
• किशोरी अमोनकर पर 'भिन्न षड़ज' नामक वृत्तचित्र फ़िल्म कलाकर अमोल पालेकर और उनकी पत्नी संध्या गोखले ने बनायी.
0 comments:
Post a Comment