भारत के क्रिकेट खिलाड़ी कपिल देव निखंज का चयन वर्ष 2012-13 के कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार हेतु किया गया. भारतीय
क्रिकेट बोर्ड ने इनके चयन की घोषणा चेन्नई में 18 दिसंबर 2013
को की. पुरस्कार समिति में बीसीसीआई के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन,
संजय पटेल (बीसीसीआई के मानद सचिव) और अयाज मेमन (वरिष्ठ पत्रकार)
शामिल थे. कपिल देव निखंज को यह पुरस्कार बीसीसीआई के वार्षिक पुरस्कार समारोह में
प्रदान किया जाना है.
बीसीसीआई ने कपिल देव को खिलाड़ियों को दी गई एकमुश्त फायदा भुगतान योजना का लाभ देते हुए उन्हें 1.5 करोड़ रुपए दिए.
कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार
कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार की शुरुआत बीसीसीआई द्वारा वर्ष 1994 से की. यह पुरस्कार भारत के पहले टेस्ट कप्तान कर्नल सीके नायुडू के नाम पर दिया जाता है. लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रतिवर्ष उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में असाधारण योगदान दिया हो. इस पुरस्कार के तहत विजेता को ट्रॉफी, स्मृति चिन्ह और 25 लाख रुपए का चेक प्रदान किया जाता है. प्रथम कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार वर्ष 1994 में लाला अमरनाथ को प्रदान किया गया.
कपिल देव निखंज से संबधित मुख्य तथ्य
• कपिल देव एक भारतीय ऑलराउंडर क्रिकेट खिलाड़ी हैं.
• कपिल देव के नेतृत्व में भारत ने पहली बार वर्ष 1983 में क्रिकेट विश्व कप जीता था.
• कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 को हरियाणा में हुआ था.
• कपिल देव ने वर्ष 1975 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में प्रवेश किया.
• कपिल देव ने कुल 131 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 434 विकेट लिए.
• वह टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन और 400 विकेट का डबल बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने.
• कपिल देव ने 225 एक दिवसीय मैच खेले जिसमें उन्होंने 253 विकेट लिए और 3783 रन बनाए.
• कपिलदेव इंग्लैंड के क्रिकेट खिलाड़ी इयान बॉथम के बाद विश्व के ऐसे दूसरे आलराउंडर हैं जिन्होंने 83 मैचों में 300 विकेट लेकर तथा 3000 से अधिक रन बनाकर दोहरी सफलता प्राप्त की है.
• कपिल देव ने 20 वर्ष की उम्र में ही एक हज़ार बनाने तथा 100 विकेट लेने का कीर्तिमान स्थापित किया था.
• कपिलदेव की आत्मकथा 'बाई गॉड्स डिक्री' है.
कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्राप्त कर्ताओं की सूची
बीसीसीआई ने कपिल देव को खिलाड़ियों को दी गई एकमुश्त फायदा भुगतान योजना का लाभ देते हुए उन्हें 1.5 करोड़ रुपए दिए.
कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार
कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार की शुरुआत बीसीसीआई द्वारा वर्ष 1994 से की. यह पुरस्कार भारत के पहले टेस्ट कप्तान कर्नल सीके नायुडू के नाम पर दिया जाता है. लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रतिवर्ष उन लोगों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में असाधारण योगदान दिया हो. इस पुरस्कार के तहत विजेता को ट्रॉफी, स्मृति चिन्ह और 25 लाख रुपए का चेक प्रदान किया जाता है. प्रथम कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार वर्ष 1994 में लाला अमरनाथ को प्रदान किया गया.
कपिल देव निखंज से संबधित मुख्य तथ्य
• कपिल देव एक भारतीय ऑलराउंडर क्रिकेट खिलाड़ी हैं.
• कपिल देव के नेतृत्व में भारत ने पहली बार वर्ष 1983 में क्रिकेट विश्व कप जीता था.
• कपिल देव का जन्म 6 जनवरी 1959 को हरियाणा में हुआ था.
• कपिल देव ने वर्ष 1975 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में प्रवेश किया.
• कपिल देव ने कुल 131 टेस्ट खेले जिसमें उन्होंने 434 विकेट लिए.
• वह टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन और 400 विकेट का डबल बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने.
• कपिल देव ने 225 एक दिवसीय मैच खेले जिसमें उन्होंने 253 विकेट लिए और 3783 रन बनाए.
• कपिलदेव इंग्लैंड के क्रिकेट खिलाड़ी इयान बॉथम के बाद विश्व के ऐसे दूसरे आलराउंडर हैं जिन्होंने 83 मैचों में 300 विकेट लेकर तथा 3000 से अधिक रन बनाकर दोहरी सफलता प्राप्त की है.
• कपिल देव ने 20 वर्ष की उम्र में ही एक हज़ार बनाने तथा 100 विकेट लेने का कीर्तिमान स्थापित किया था.
• कपिलदेव की आत्मकथा 'बाई गॉड्स डिक्री' है.
कर्नल सीके नायुडू लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्राप्त कर्ताओं की सूची
पुरस्कार प्राप्तकर्ता
|
वर्ष
|
लाला अमरनाथ
|
1994
|
सैयद मुश्ताक अली
|
1995
|
विजय हजारे
|
1996
|
केएन प्रभु
|
1997
|
पीआर उमरीगर
|
1998
|
कर्नल हेमचंद्र अधिकारी
|
1999
|
सुभाष गुप्ते
|
2000
|
मंसूर अली खान पटौदी
|
2001
|
भाऊसाहेब निंबालकर
|
2002
|
चंद्रकांत बोर्डे
|
2003
|
बिशन सिंह बेदी, बी चंद्रशेखर, इरापल्ली प्रसन्ना, एस वेंकटराघवन
|
2004
|
नरीमन कां ट्रैक्टर
|
2007
|
गुंडप्पा विश्वनाथ
|
2008
|
मोहिंदर अमरनाथ
|
2009
|
सलीम दुर्रानी
|
2010
|
अजित वाडेकर
|
2011
|
सुनील गावस्कर
|
2012
|
0 comments:
Post a Comment