संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड
इकोनॉमिक सिचुएसन एंड प्रोसपेक्ट्स रिपोर्ट 2014 ने
वर्ष 2013 में भारत की आर्थिक विकास दर 4.8 प्रतिशत रहने की घोषणा की. इस रिपोर्ट में भारत के विकास के अनुमान को
पहले से 1.3 प्रतिशत कम करते हुए 4.8 प्रतिशत रहने की घोषणा की. संयुक्त
राष्ट्र आर्थिक विकास के सहायक महासचिव शमशाद अख्तर ने कहा है कि यह अनुमान कई
खतरे और अनिश्चितता के संदर्भ में लगाया गया है, जबकि
आर्थिक और राजनीति का अर्थव्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं होगा. संयुक्त राष्ट्र ने
इसी रिपोर्ट में वर्ष 2014 में भारत की आर्थिक विकास दर 5.3
प्रतिशत रहने की संभावना व्यक्त की है. संयुक्त राष्ट्र के
अनुसार इस अवधि में वैश्विक विकास दर 3 प्रतिशत रहने के
आसार है. इस पूर्वानुमान के अनुसार वैश्विक विकास दर में सुधार देखा जा रहा है,
जो 2013 में 2.1 प्रतिशत अनुमानित था. संयुक्त राष्ट्र के ग्लोबल इकोनोमिक मानिटरिंग
यूनिट के प्रमुख पिंगफैन हांग ने बताया कि विकसित देशों की विकास दर अगले साल 1.9
प्रतिशत रहेगी, जबकि विकासशील देशों की
अर्थव्यवस्था पांच प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ेगी.
संयुक्त राष्ट्र ने अमेरिका में विकास दर 2.5 प्रतिशत,
जबकि पश्चिमी यूरोप व जापान में 1.5, अफ्रीका
में 4.7, लैटिन अमेरिका व कैरिबियाई देशों में 3.6,
पूर्वी और दक्षिण एशिया में 5.8, चीन
में 7.5, भारत में 5.3, ब्राजील
में 3.0 और रूस में 2. प्रतिशत
रहने की संभावना जताई है.
0 comments:
Post a Comment