थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति नवम्बर 2013 में 14 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची-(17-DEC-2013) C.A

| Tuesday, December 17, 2013
वित्त मंत्रालय द्वारा नवंबर 2013  के द्वितीय सप्ताह में जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर 2013 में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर 14 महीने के उच्चतम स्तर 7.52 प्रतिशत पर पहुँच गयी.
खाद्य वस्तुओ की महंगाई के कारण विशेषकर सब्जियों के कारण मुद्रास्फीति की दर में अधिक बढ़ोतरी हुई है. सब्जियों के दाम नवम्बर महीने में 95.2 प्रतिशत बढ़ेजबकि अक्टूबर में 78.38 प्रतिशत बढ़े थे. खुदरा मुद्रास्फीति नवम्बर 2013 में 11.24 प्रतिशत रही. यह थोक मूल्य सूचकांक आधार: 2004-05=100 पर निकला गया.
विदित हो कि  अभी तक अक्टूबर 2013 में थोक मुद्रास्फीति की दर 7 प्रतिशत को वर्ष 2013 का सर्वाधिक मुद्रास्फीति दर बताया गया था.
थोक मूल्य सूचकांक 
थोक मूल्य सूचकांक कुछ चुनी गयी वस्तुओं के थोक मूल्यों के सामूहिक औसत मूल्य पर आधारित एक सूचकांक है. भारत और फिलीपिन्स जैसे देशों में मुद्रास्फीति के मापन के लिए मुख्यतया थोक मूल्य सूचकांक प्रयोग किया जाता है. थोक मूल्य सूचकांक को कैसे निकला जाता है. नीचे दिए गए उदाहरण से यह स्पष्ट है-
मान लीजिए हमें वर्ष 2004 के लिए गेहूं का थोक मूल्य सूचकांक निकालना है. अगर  1994 में गेहूं की क़ीमत 8 रूपए प्रति किलो थी और वर्ष 2004 में यह 10 रूपए प्रति किलो है तो क़ीमत में अंतर हुआ 2 रूपए का.

अब यही अंतर अगर प्रतिशत में निकालें तो 25 प्रतिशत बैठता है.  आधार वर्ष (1994) के लिए सूचकांक 100 माना जाता हैइसलिए वर्ष 2004 में गेहूं का थोक मूल्य सूचकांक होगा 100+25 अर्थात 125.

मुद्रा स्फीति 
मंहगाई दर या मुद्रा स्फीति थोक या ख़ुदरा मूल्य सूचकांक में निश्चित अंतराल पर होने वाले बदलाव को जब हम प्रतिशत के रूप में निकालते हैं, तो उसे ही मंहगाई दर या मुद्रास्फीति कहते हैं.
Who: थोक मुद्रास्फीति की दर
What: 14 महीने के उच्चतम स्तर 7.52 प्रतिशत पर पहुँच गयी
When: नवंबर 2013


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