रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी और उनके सहयोगी दलों ने 19 सितंबर 2016 को हुई मतगणना के बाद संसदीय चुनाव में जीत हासिल कर ली है. पार्टी ने चुनाव में 450 सीटों में से 343 सीटें जीती हैं.
- रूस में रविवार को संसद के निचले सदन ड्यूमा की 450 सीटों, 7 स्थानीय निकायों और 39 क्षेत्रीय संसदों के लिए मतदान हुआ.
- 22 घंटे चली वोटिंग में रूस के साथ भारत समेत 145 देशों में रूसी नागरिकों के लिए मतदान केंद्र बनाए गए थे.
- रूसी दूतावासों ने 370 केंद्रों का इंतजाम किया.
- रूस के राष्ट्रपति ब्लादिनमीर पुतिन ही यूनाइटेड रशिया पार्टी के संस्थापक हैं.
- रूस के सेंट्रल इलेक्शन कमीशन के अनुसार सत्तारूढ़ यूनाइटेड रशिया पार्टी को कुल मतदान के 51 फीसदी वोट मिले.चुनाव के इन नतीजों से पुतिन की पार्टी का संसद के निचले सदन में प्रभुत्व बढ़ेगा.
- मतगणना के अनुसार राष्ट्रवादी मानी जाने वाली लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ रशिया (एलडीपीआर) 15.1 फीसदी वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर है.
- कम्युनिस्ट पार्टी ने 14.9 फीसदी वोट के साथ तीसरा स्थान हासिल किया है.
- रसिया पार्टी 6.4 फीसदी वोट के साथ चौथे स्थान पर है.
- कुछ चुनावी क्षेत्रों में उदारवादी विपक्षी दलों को भी जीत मिल सकती है.
- चुनाव में मतदान का प्रतिशत गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कम रहा.
- पुतिन के अनुसार यह जीत इस बात की परिचायक है कि यूक्रेन पर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से खराब हुई अर्थव्यवस्था के बावजूद वोटर्स को नेतृत्व पर भरोसा है.
क्रीमिया में पहली बार संसदीय चुनाव-
- रूस की ओर से क्रीमिया में पहली बार संसदीय चुनाव कराए गए.
- साल 2014 में क्रीमिया को यूक्रेन से अलग कर रूस ने अपना हिस्सा बना लिया था.
- उस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी आलोचना की गई थी.
- ड्यूमा में अगले पांच साल के लिए 450 सांसदों को चुना जाएगा.
- रूस में पांच साल पहले संसदीय चुनाव हुए थे.
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