मेसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ता दिनेश भराड़िया को यह पुरस्कार अमेरिका की मारकोनी सोसायटी की ओर से रेडियो तरंगों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया.
इससे संबंधित मुख्य तथ्य:
दिनेश भराड़िया को रेडियो तरंगों को भेजने एवं प्राप्त करने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए चुना गया है.
यह पुरस्कार रेडियो निर्माता और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक मारकोनी के सम्मान में उनकी बेटी ने शुरू किया था.
वैज्ञानिकों को अब तक मानना था कि रेडियो तरंगों को एक ही फ्रिक्वेंसी बैंड पर भेजना और प्राप्त करना संभव नहीं है.
भराड़िया ने अपनी डुप्लेक्स रेडियो तकनीक में एक ही फ्रिक्वेंसी बैंड पर भेजा और उसे प्राप्त भी किया.
भराड़िया ने अपने शोध के द्वारा रेडियो तरंगों को लेकर लंबे समय से चली आ रही धारणा को गलत साबित कर दिया.
दिनेश भराड़िया:
• दिनेश भराड़िया मूलरूप से महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले से है.
• वे आइआइटी कानपुर के छात्र रहे हैं.
• भराड़िया ने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट किया है.
• उन्हें पुरस्कार के तहत 4,000 डॉलर (करीब 2.68 लाख रुपये) मिलेंगे.
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