भारत ने द्विपक्षीय वायु सेवा हेतु 7 सितम्बर 2016 को यूनान के साथ शुरुआती समझौता किया. यह अपनी तरह का पहला एएसए होगा. इस समझौते का उद्देश्य घरेलू विमानन कंपनियों को यूरोपीय देश में असीमित प्वाइंट आफ कॉल यानी (गंतव्य शहरों) की अनुमति देना है.
नागर विमानन सचिव आर एन चौबे के अनुसार भारत और यूनान ने ‘ओपन स्काई’ नीति के तहत वायु सेवा समझौते (एसएसए) हेतु सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं.
भारत ने छह प्वाइंट आफ कॉल का प्रस्ताव किया है, जबकि भारत को यूनान में असीमित प्वाइंट आफ काल की सुविधा मिलेगी.
नागर विमानन सचिव आर एन चौबे के अनुसार भारत और यूनान ने ‘ओपन स्काई’ नीति के तहत वायु सेवा समझौते (एसएसए) हेतु सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं.
भारत ने छह प्वाइंट आफ कॉल का प्रस्ताव किया है, जबकि भारत को यूनान में असीमित प्वाइंट आफ काल की सुविधा मिलेगी.
ग्रीस, एक देश अपने पर्यटन स्थलों और प्राकृतिक सुंदरता हेतु जाना जाता है.
पृष्ठभूमि-
पृष्ठभूमि-
- भारत सरकार ने नई नागर विमानन नीति के प्रावधानों के तहत ग्रीस के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं.
- समझौता का उद्देश्य भारतीय विमानन कंपनियों के अंतरराष्ट्रीय हवाई संपर्क में सुधार करना है.
- नीति के अनुसार, सरकार का सार्क देशों के साथ ही नई दिल्ली से 5000 किलोमीटर क्षेत्र के दायरे से परे स्थित देशों के साथ एक पारस्परिक आधार पर खुले आसमान हवाई सेवा समझौता में प्रवेश होगा.
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