भारत और रुस ने मल्टी रोल
फाइटर एयरक्राफ्ट के डिजाइन बनाने, विकास
करने और उत्पादन करने के लिए एक अंतर सरकारी समझौते पर हस्ताक्षर किया. इस बात की
घोषणा केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने 5 दिसंबर 2014
को संसद सत्र के दौरान की.
इसके अलावा, भारतीय लड़ाकू विमान मिग 21 को चरणबद्ध तरीके से
बाहर किया जाएगा और एमआईजी 29 को रूस से खरीदा जा रहा है.
रडार द्वारा तुरंत नहीं पकड़े जाने के कारण पांचवी पीढ़ी के स्टील्थ तकनीक के साथ
इन विमानों की मारक क्षमता अधिक होगी.
हालांकि, स्टील्थ तकनीक के साथ लैस लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए रूस के साथ कोई सौदा नहीं किया गया. अभी तक, लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए किसी भी देश के साथ कोई भी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किया गया है.
इन मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ्टों के अलावा, करीब 20–30 स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस जल्द ही भारत द्वारा शामिल किया जाएगा.
हालांकि, स्टील्थ तकनीक के साथ लैस लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए रूस के साथ कोई सौदा नहीं किया गया. अभी तक, लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए किसी भी देश के साथ कोई भी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किया गया है.
इन मल्टी रोल फाइटर एयरक्राफ्टों के अलावा, करीब 20–30 स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस जल्द ही भारत द्वारा शामिल किया जाएगा.
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