चीन ने नेपाल को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में पांच गुनी वृद्धि की-(27-DEC-2014) C.A

| Saturday, December 27, 2014
चीन ने नेपाल को दी जाने वाली वित्तीय सहायता में 2015-16 से पांच गुनी वृद्धि की. वित्तीय सहायता में वृद्धि की घोषणा चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नेपाली विदेश मंत्री महेंद्र बहादुर पांडेय से बातचीत के बाद 26 दिसंबर 2014 को की. चीन ने यह सहायता नेपाल को उसके आधारभूत ढांचे के विकास के लिए प्रदान करेगा.


चीन के विदेश मंत्री इन दिनों नेपाल की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं. उनकी यह यात्रा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की संभावित नेपाल यात्रा से पूर्व हो रही है. 

वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार वांग ने कहा कि चीन नेपाल के साथ संबंधों को और मजबूती देने के लिए चाहता है कि दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय यात्राओं की रफ्तार और तेज हो.

वांग ने महेंद्र बहादुर पांडे से नेपाल के राष्ट्रपति राम बरन यादव और प्रधामंत्री सुशील कोइराला की समय पर चीन यात्रा की योजना बनाने को भी कहा. नेपाली राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात के अलावा वांग वहां की अन्य प्रमुख पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं से भी मिले.

इस यात्रा का भारत पर प्रभाव 
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नेपाल की इस यात्रा के दौरान कहा कि नेपाल का भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों को देखकर चीन को खुशी है. भारत के साथ घनिष्ठ रिश्ता नेपाल के लिए फायदेमंद है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि भारत और दक्षिण एशिया से जुड़ने के लिए नेपाल चीन के लिए एक सेतु की तरह काम करेगा.
 
चीन ने नेपाल से यह भी वादा किया है कि वह उसके नौ क्षेत्रों- व्यापार, निवेश, कृषि, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे का विकास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यटन, सुरक्षा व कानून प्रवर्तन और मानव संसाधन विकास में सुधार लाने में मदद करेगा. वांग ने कहा कि वर्ष 2022 तक नेपाल के कम विकसित देशों (एलडीसी) की सूची से बाहर निकलने के लिए उसके उद्देश्य की पूर्ति में चीन उसकी मदद करेगा. गरीबी से निपटने के प्रयास में नेपाल की चीन ने हमेशा मदद की है.

नेपाल को चीन की वित्तीय सहायता में वृद्धि करना, चीन द्वारा भारत के खिलाफ बढ़ाया गया एक और कूटनीतिक कदम है जो भारत के राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण है.

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