ध्रूझाबा-दोस्तीः
अगले दशक में भारतीय-रूसी भागीदारी को मजबूत बनाने के एक विजन नाम है.
नई दिल्ली में 11 दिसंबर 2014 को आयोजित 15वें
भारत–रुस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भारत औऱ रूस के अगले दशक
में विजन स्टेटमेंट (विजन बयान) के लिए ध्रूझाबा– दोस्ती
शब्द का प्रयोग किया गया था.
यह संयुक्त बयान भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वार्षिक शिखर सम्मेलन में आने के लिए दिए गए आमंत्रण पर भारत के दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर वी पुतिन के दौरान जारी किया गया था.
इसमें अगले दशक में विविध क्षेत्रों में ठोस पहल के माध्यम से साझेदारी को मजबूत बनाने पर फोकस किया गया ताकि द्विपक्षीय संस्थागत वार्ता वास्तुकला अधिक परिणामोन्मुख और दूरंदेशी हो सके. दोनों ही देशों ने बहुपक्षीय घटनाओं को पूरा करने के लिए मुलाकातों को जारी रखने का भी संकल्प किया.
यह संयुक्त बयान भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वार्षिक शिखर सम्मेलन में आने के लिए दिए गए आमंत्रण पर भारत के दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर वी पुतिन के दौरान जारी किया गया था.
इसमें अगले दशक में विविध क्षेत्रों में ठोस पहल के माध्यम से साझेदारी को मजबूत बनाने पर फोकस किया गया ताकि द्विपक्षीय संस्थागत वार्ता वास्तुकला अधिक परिणामोन्मुख और दूरंदेशी हो सके. दोनों ही देशों ने बहुपक्षीय घटनाओं को पूरा करने के लिए मुलाकातों को जारी रखने का भी संकल्प किया.
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