केंद्र सरकार ने पूर्व
प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक
महामना पंडित मदनमोहन मालवीय को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 'भारत रत्न' से सम्मानित किए जाने की 24 दिसंबर 2014 को घोषणा की. इस पुरस्कार की घोषणा
राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा इन दोनों के जन्म दिवस (25 दिसंबर)
के एक दिन पूर्व की गई.
संक्षिप्त जीवन परिचय
अटल बिहारी वाजपेयी - इनका
जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में
हुआ. ये वर्ष 1996 (13 दिन) एवं वर्ष 1998 से 2004 तक (कुल तीन बार) भारत के प्रधानमंत्री पद
पर रहे.
महामना पंडित मदनमोहन मालवीय – इनका जन्म 25 दिसंबर 1861 को प्रयाग (इलाहाबाद) में हुआ था. इन्होंने काशी (वाराणसी) को अपनी कर्मस्थली बनाया एवं वर्ष 1916 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की. जो वर्तमान में भारत की एक प्रमुख केंद्रीय विश्वविद्यालय है.
महामना पंडित मदनमोहन मालवीय – इनका जन्म 25 दिसंबर 1861 को प्रयाग (इलाहाबाद) में हुआ था. इन्होंने काशी (वाराणसी) को अपनी कर्मस्थली बनाया एवं वर्ष 1916 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की. जो वर्तमान में भारत की एक प्रमुख केंद्रीय विश्वविद्यालय है.
भारत रत्न से संबंधित
मुख्य तथ्य
भारत रत्न, भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. भारत रत्न देने की व्यवस्था 2 जनवरी 1954 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर
राजेंद्र प्रसाद ने की थी. उस समय केवल जीवित व्यक्ति को यह सम्मान दिया जाता था,
लेकिन वर्ष 1955 में मरणोपरांत भी सम्मान देने
का प्रावधान जोड़ दिया गया. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है. इन
सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान,
सार्वजनिक सेवा और खेल शामिल है. वर्ष 2013 में
पहली बार खेल के क्षेत्र में नाम कमानेवालों को भी भारतरत्न देने का निर्णय हुआ और
इसी कड़ी में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को चुना गया. वर्ष 2013 में सचिन के साथ ही साथ वैज्ञानिक सीएनआर राव को भी भारत रत्न दिया गया.
विदित हो कि एक वर्ष में अधिकतम तीन
व्यक्तियों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है. इस पदक के डिज़ाइन में तांबे के बने
पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता सूर्य बना होता है. जिसके नीचे चाँदी में लिखा
रहता है "भारत रत्न" और यह सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है. अब
तक कुल 43 लोगों को भारत रत्न दिया जा चुका है.
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