झारखंड आम विधान सभा चुनाव-2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दल ऑल झारखंड स्टुडेंट्स
यूनियन (आजसु) ने 81 सीटों वाली विधानसभा में 42 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया. झारखंड आम विधान सभा चुनाव-2014 का परिणाम 23 दिसंबर 2014 को घोषित किया गया.
झारखंड राज्य के गठन (15 नवंबर 2000) के बाद इस राज्य को पहली स्थायी सरकार मिलने जा रही है, क्योंकि 81 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और ऑल झारखंड स्टुडेंट्स यूनियन (आजसु) के गठबंधन को 42 सीटें मिल चुकी हैं और बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत थी. इसमें आजसु की पांच सीटें हैं.
झारखंड राज्य के गठन (15 नवंबर 2000) के बाद से अभीतक नौ सरकारें बनी और इस दौरान तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लगाया गया.
भाजपा के सहयोगी आजसु के प्रमुख और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो अपने गृह क्षेत्र सिल्ली से चुनाव हार गए, जहां से वह पिछले 15 वर्ष से विधायक थे.
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 19 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर है, जबकि सरकार में उसकी भागीदार कांग्रेस को छह सीटें प्राप्त हुई.
भाजपा को वर्ष 2009 में हुए विधान सभा चुनाव में 18 सीटों पर विजय प्राप्त की थी. जेएमएम की सीटें 18 से बढ़कर 19 हो गईं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से 24,087 वोट से जीते, जबकि दुमका विधान सभा क्षेत्र से वह 5,262 मतों से हार गए.
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाले जेवीएम (पी) ने आठ सीटें जीतीं. मोर्चे ने पिछले चुनाव में 11 सीटों पर विजय हासिल की थी.
भाजपा मत विभाजन में कुल 31.4% मत लेकर प्रथम स्थान पर रही. जेएमएम को 20.5%, कांग्रेस को 10.3% और जेवीएम (पी) को 10% मत मिले.
झारखंड विधान सभा चुनाव-2014 का परिणाम
झारखंड राज्य के गठन (15 नवंबर 2000) के बाद इस राज्य को पहली स्थायी सरकार मिलने जा रही है, क्योंकि 81 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और ऑल झारखंड स्टुडेंट्स यूनियन (आजसु) के गठबंधन को 42 सीटें मिल चुकी हैं और बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत थी. इसमें आजसु की पांच सीटें हैं.
झारखंड राज्य के गठन (15 नवंबर 2000) के बाद से अभीतक नौ सरकारें बनी और इस दौरान तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लगाया गया.
भाजपा के सहयोगी आजसु के प्रमुख और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो अपने गृह क्षेत्र सिल्ली से चुनाव हार गए, जहां से वह पिछले 15 वर्ष से विधायक थे.
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 19 सीटें जीतकर दूसरे स्थान पर है, जबकि सरकार में उसकी भागीदार कांग्रेस को छह सीटें प्राप्त हुई.
भाजपा को वर्ष 2009 में हुए विधान सभा चुनाव में 18 सीटों पर विजय प्राप्त की थी. जेएमएम की सीटें 18 से बढ़कर 19 हो गईं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बरहेट से 24,087 वोट से जीते, जबकि दुमका विधान सभा क्षेत्र से वह 5,262 मतों से हार गए.
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाले जेवीएम (पी) ने आठ सीटें जीतीं. मोर्चे ने पिछले चुनाव में 11 सीटों पर विजय हासिल की थी.
भाजपा मत विभाजन में कुल 31.4% मत लेकर प्रथम स्थान पर रही. जेएमएम को 20.5%, कांग्रेस को 10.3% और जेवीएम (पी) को 10% मत मिले.
झारखंड विधान सभा चुनाव-2014 का परिणाम
दल का नाम
|
विजयी
|
इंडियन नेशनल कांग्रेस
|
6
|
बहुजन समाज पार्टी
|
1
|
भारतीय जनता पार्टी
|
37
|
आजसु पार्टी
|
5
|
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा
|
19
|
झारखण्ड विकास मोर्चा ( प्रजातांत्रिक)
|
8
|
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट)(लिबरेशन)
|
1
|
जय भारत समानता पार्टी
|
1
|
झारखण्ड पार्टी
|
1
|
नवजवान संघर्ष मोर्चा
|
1
|
मार्क्सिस्ट कोऑर्डिनेशन
|
1
|
कुल
|
81
|
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