भारतीय रिजर्व बैंक
(आरबीआई) ने 22 दिसंबर 2014 को
फोर्ड क्रेडिट इंडिया को एक गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के तौर पर काम
करने के लिए लाइसेंस जारी किया. फोर्ड क्रेडिट इंडिया, फोर्ड
मोटर क्रेडिट कंपनी की एक सहयोगी कंपनी है. यह कंपनी भारत में ऑटोमोटिव फायनेंसिंग
सेवाएं वर्ष 2015 की तिमाही से शुरू करेगी.
फोर्ड क्रेडिट इस योजना
के तहत करीब दो बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करेगी, जिसमें
से आधी राशि गुजरात के सनंद में नवीन उत्पादन सुविधाओं को विकसित करने पर खर्च
होगी. इससे सनंद में कंपनी का वर्तमान उत्पादन देश में स्थापित उत्पादन क्षमता से
दोगुना हो जाएगा. एक वर्ष में 61 लाख इंजन और 44 लाख वाहन तैयार होंगे. वर्तमान में मार्क कान्सटेबल फोर्ड क्रेडिट इंडिया
के प्रबंध निदेशक (एमडी) हैं.
विदित हो कि फोर्ड क्रेडिट ऑटोमोटिव वित्तीय उत्पादों की श्रृंखला और सेवाएं करीब 5200 फोर्ड व लिंकन डीलर और 38 मिलियन से ज्यादा ग्राहकों को पूरे विश्व में प्रदान करती हैं. वर्ष 2015 की पहली तिमाही में कंपनी ने थोक बिक्री वित्तीय सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई है. उपभोक्ता खुदरा वित्तीय सेवाएं वर्ष 2015 के बाद उपलब्ध कराई जाएंगी.
विदित हो कि फोर्ड क्रेडिट ऑटोमोटिव वित्तीय उत्पादों की श्रृंखला और सेवाएं करीब 5200 फोर्ड व लिंकन डीलर और 38 मिलियन से ज्यादा ग्राहकों को पूरे विश्व में प्रदान करती हैं. वर्ष 2015 की पहली तिमाही में कंपनी ने थोक बिक्री वित्तीय सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई है. उपभोक्ता खुदरा वित्तीय सेवाएं वर्ष 2015 के बाद उपलब्ध कराई जाएंगी.
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