भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स
लिमिटेड (बीएचईएल, भेल) ने टर्नकी आधार पर रवांडा में 28
मेगावाट न्याबोरोंगो हाइड्रो पावर प्लांट (Nyaborongo Hydro
Power Plant) को 8 दिसंबर 2014 को शुरु किया. इस परियोजना के शुरु होने के साथ ही, रवांडा
गणराज्य की स्थापित उत्पादन क्षमता 119 मेगावाट से 24
फीसदी बढ़कर 147 मेगावाट हो गई.
न्याबोरोंगो
हाइड्रो पावर प्लांट परियोजना
• न्याबोरोंगो जलविद्युत परियोजना पर रवांडा की सरकार का स्वामित्व है और इसे भारत सरकार की क्रेडिट लाइन के तहत वित्त मुहैया कराया गया है.
• इस परियोजना के लिए प्रमुख उपकरणों की आपूर्ति में हाइड्रो टरबाइन, जेनरेटर, ट्रांसफॉर्मर्स, कंट्रोल्स, निगरानी और सुरक्षा प्रणालियां एवं स्विचगियर शामिल हैं.
• न्याबोरोंगो जलविद्युत परियोजना पर रवांडा की सरकार का स्वामित्व है और इसे भारत सरकार की क्रेडिट लाइन के तहत वित्त मुहैया कराया गया है.
• इस परियोजना के लिए प्रमुख उपकरणों की आपूर्ति में हाइड्रो टरबाइन, जेनरेटर, ट्रांसफॉर्मर्स, कंट्रोल्स, निगरानी और सुरक्षा प्रणालियां एवं स्विचगियर शामिल हैं.
भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स
लिमिटेड (बीएचईएल)
• भेल एक एकीकृत बिजली संयंत्र उपकरण
निर्माता कम्पनी है.
• भेल के पास जल–विद्युत संयंत्रों को लगाने का गहरा अनुभव है. दुनिया भर में अभी तक इसने 28000 मेगावाट से अधिक की परियोजनाओं के साथ अनुबंध किया है.
• डिजाइन, इंजीनियरिंग, आपूर्ति/ रसद, निर्माण और कमीशन सहित कंपनी पूर्ण जलविद्युत संयंत्रों को वितरित करने में सक्षम है.
• भेल ने कई अफ्रीकी देशों जैसे सूडान, लीबिया, इथियोपिया, मिस्र, जांबिया, तंजानिया, यूगांडा, नाइजीरिया आदि में अपनी पहुंच बनाई है.
• भेल के जलविद्युत प्रतिष्ठान भारत, अजरबैजान, भूटान, मलेशिया, नेपाल, न्यूजीलैंड, ताइवान, तजाकिस्तान, थाइलैंड और वियतनाम में काम कर रहे हैं.
• भेल के पास जल–विद्युत संयंत्रों को लगाने का गहरा अनुभव है. दुनिया भर में अभी तक इसने 28000 मेगावाट से अधिक की परियोजनाओं के साथ अनुबंध किया है.
• डिजाइन, इंजीनियरिंग, आपूर्ति/ रसद, निर्माण और कमीशन सहित कंपनी पूर्ण जलविद्युत संयंत्रों को वितरित करने में सक्षम है.
• भेल ने कई अफ्रीकी देशों जैसे सूडान, लीबिया, इथियोपिया, मिस्र, जांबिया, तंजानिया, यूगांडा, नाइजीरिया आदि में अपनी पहुंच बनाई है.
• भेल के जलविद्युत प्रतिष्ठान भारत, अजरबैजान, भूटान, मलेशिया, नेपाल, न्यूजीलैंड, ताइवान, तजाकिस्तान, थाइलैंड और वियतनाम में काम कर रहे हैं.
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