19 दिसंबर 2014
को विकटन ग्रुप के एस बालसुब्रमण्यन का निधन हो गया. वे 78 वर्ष के थे.
बालसुब्रमण्यन ने आनंद विकटन की सामग्री में कई क्रांतिकारी परिवर्तन किए.
बालसुब्रमण्यन ने आनंद विकटन की सामग्री में कई क्रांतिकारी परिवर्तन किए.
उन्होंनेतमिलनाडु में छात्र
प्रतिभाओं की पहचान करने के लिए एक योजना भी शुरू की थी.और क्षेत्र
के कई बड़े पत्रकार उनके द्वारा चलायी जारही योजनाओं एवं अथक परिश्रम की ही देन है.
जब उन्होंने अपनी पत्रिका के कवर पर प्रकाशित विधायकों पर कार्टून के लिए माफी माँगने से मना कर दिया था तब तमिलनाडु विधानसभा द्वारा बालसुब्रमण्यन को गिरफ्तार कर लिया गया और तीन दिनों के लिए जेल में बंद किया गया था
देश भर में उनकी गिरफ़्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद उनको रिहा कर दिया गया था. बाद में उन्होंने अपनी गलत तरीके से गिरफ्तारी के खिलाफ अदालत में एक मुकदमा भी दायर किया था.
मद्रास उच्च न्यायालय ने बालसुब्रमण्यन के पक्ष में फैसला दिया और यहां तक कि उनको मुआवजे से सम्मानित भी किया गया.
उनकोअपनी हरी उंगलियों के लिए जाना जाता था. वह सर्दियों की उच्च उपज वाली फसल सब्जियों की खेती में एक विशेष रुचि के साथ एक विशेषज्ञ किसान थे इतना ही नहीं उनको उच्च गुणवत्ता वाले जर्मन शेफर्ड कुत्तों के प्रजनन में उल्लेखनीय सफलता मिली.
जब उन्होंने अपनी पत्रिका के कवर पर प्रकाशित विधायकों पर कार्टून के लिए माफी माँगने से मना कर दिया था तब तमिलनाडु विधानसभा द्वारा बालसुब्रमण्यन को गिरफ्तार कर लिया गया और तीन दिनों के लिए जेल में बंद किया गया था
देश भर में उनकी गिरफ़्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के बाद उनको रिहा कर दिया गया था. बाद में उन्होंने अपनी गलत तरीके से गिरफ्तारी के खिलाफ अदालत में एक मुकदमा भी दायर किया था.
मद्रास उच्च न्यायालय ने बालसुब्रमण्यन के पक्ष में फैसला दिया और यहां तक कि उनको मुआवजे से सम्मानित भी किया गया.
उनकोअपनी हरी उंगलियों के लिए जाना जाता था. वह सर्दियों की उच्च उपज वाली फसल सब्जियों की खेती में एक विशेष रुचि के साथ एक विशेषज्ञ किसान थे इतना ही नहीं उनको उच्च गुणवत्ता वाले जर्मन शेफर्ड कुत्तों के प्रजनन में उल्लेखनीय सफलता मिली.
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