फ्रांस और अमेरिका ने हॉलकास्ट सरवाइवर्स को मुआवजा देने के लिए समझौता किया-(11-DEC-2014) C.A

| Thursday, December 11, 2014

फ्रांस और अमेरिका ने जर्मन नाजी साम्राज्य में बड़े पैमाने पर मारे गए यहूदियों में से बचे हजारों यहूदियों के लिए (हॉलकास्ट सरवाइवर्स) मुआवजा देने हेतु 60 मिलियन अमेरिकी डॉलर के एक समझौते पर 8 दिसंबर 2014 को हस्ताक्षर किया. इन्हें फ्रांस की स्टेट रेल कंपनी एनएनसीएफ ने नाजी कब्जे के दौरान नजरबंद शिविरों में भेज दिया गया था.
हालांकि एनएनसीएफ इस समझौते में शामिल नहीं है, फिर भी कंपनी अगले पांच वर्षों में अमेरिकी, इस्राइल और फ्रांस में हॉलकास्ट स्मारकों और संग्रहालयों के कोष में 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर का योगदान करेगी.
 
यह समझौता फ़्रांस की संसद के अनुमोदन के बाद प्रभाव में आ जाएगा.

समझौते की मुख्य बातें
समझौते के तहत फ़्रांस सरकार हॉलकास्ट सरवाइवर्स और उनके परिवारों को 60मिलियन अमेरिकी डॉलर का भुगतान करेगी.
समझौते का उद्देश्य 1946 और 1944 के बीच देश पर जर्मनों के कब्जे के दौरान उन लोगों को भुगतान देने का है जिन्हें फ्रांस से नाजी नजरबंदी शिवरों में फ्रेंच रेल कंपनी एसएनसीएफ के जरिए भेज दिया गया था. 
समझौते का लाभ उठाने के लिए, व्यक्ति को 1946 के बाद फ्रांस द्वारा प्रदान किया जा रहा किसी भी प्रकार के मुआवजे या पेंशन कार्यक्रम का हिस्सा नहीं होना चाहिए. 
भेजे गए लोगों के जीवनसाथी जो फ्रांस, बेल्जियम, पॉलिश या ब्रिटिश नागरिक नहीं है, उन्हें भी मुआवजा दिया जाएगा. ये देश फ्रांस के साथ द्विपक्षीय समझौते के तहत पहले से ही शामिल किए गए हैं. 
सरवाइवर्स में इस्राइल और कनाडा के नागरिकों के साथ अमेरिकी भी हैं जिन्हें एक लाख अमेरिकी डॉलर प्राप्त हो सकता है जबकि वारिस और जीवन साथी को कई हजार डॉलर मिल सकते हैं. 
समझौते के हिस्से के तौर पर, अमेरिकी सरकार मुकदमों को खत्म करने और एसएनसीएफ के खिलाफ मुआवजे के दावों को खत्म करने के लिए काम करेगी.
पृष्ठभूमि
यह समझौता मैरीलैंड के व्यवस्थापकों द्वारा एसएनसीएफ से करीब 2.4 मिलियन यूरो की 25 किलोमीटर (16 मील) लंबी सार्वजनिक निजी हल्की रेल परियोजना की बोली प्रक्रिया में शामिल होने से पहले हॉलकास्ट पीड़ितों को मुआवजा देने की मांग के बाद किया गया. 
साल 1942 से 1944 के बीच, यूरोप से यहूदी आबादी को खत्म करने के प्रयास में फ्रांस के विची साम्राज्य का नाजियों के साथ सहयोग के बाद करीब 76000 यहूदियों को फ्रेंच रेलवे द्वारा नाजी मौत शिविरों में भेज दिया गया था. उनमें से सिर्फ 3000 बच पाए थे.
 
ये यहूदी लोग दूसरे विश्व युद्ध  के दौरान नाजी विध्वंस शिवरों के रास्ते में पेरिस के करीब ड्रैंसी शिविर से होकर गुजरे थे.
हालांकि, फ्रांस ने 1946 में स्थापित एक योजना के तहत हॉलकास्ट के तहत फ्रांस के पीड़ित नागरिकों को पहले ही करीब 49 मिलियन यूरो का भुगतान कर दिया है.


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