ब्रिटिश गुयाना के वर्ष 1856 का एक सेंट का डाक टिकट 9.5 मिलियन डॉलर में बिका-(23-JUNE-2014) C.A

| Monday, June 23, 2014
वर्ष 1856 का ब्रिटिश गुयाना का एक सेंट का डाक टिकट 18 जून 2014 को रिकॉर्ड 9.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर में बिका. इसके साथ ही यह दुनिया का अब तक का सबसे कीमती डाक टिकट बन गया. 
नीलामी न्यूयॉर्क में सूदबी द्वारा आयोजित की गई. यह चौथी बार था जब इस डाक टिकट ने अपनी नीलामी में खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ा. यह एकमात्र प्रमुख डाक टिकट था जो ब्रिटिश शाही परिवार के निजी राजसी डाक टिकट संग्रह में नहीं था.
 
नीलामी में अब तक सबसे महंगा डाक टिकट होने का रिकॉर्ड वर्ष 1855 का स्वीडन का एक डाक टिकट था जो वर्ष 1996 में 2.3 मिलियन डॉलर में बिका था.
डाक टिकट के बारे में
डाक टिकट का आकार 2 सेमी. X 3 सेमी. है. यह मैजेंटा रंग के कागज पर काले रंग में मुद्रित है, इसमें तीन जहाजों की छवि और लैटिन में यह आदर्श वाक्य लिखा हैः हम देने और बदले में उम्मीद रखते हैं’. 
इसका प्रचलन एक बार लंदन से टिकटों की शिपमेंट में देरी होने के बाद शुरु हुआ. पोस्टमास्टर ने ब्रिटिश गुयाना में जॉर्जटाउन में रॉयल गैजेट अखबार के मुद्रकों से शिपमेंट के आने तक तीन डाक टिकटों को छापने के लिए कहा– 1– सेंट मेजेंटा, 4– सेंट मेजेंटा और 4– सेंट ब्लू. 
यह डाक टिकट बारह वर्ष के एक बच्चे को मिला था और फिर यह अनेक डाक टिकट संग्रहकर्ताओं के पास से गुजरते हुए वर्ष 1980 में जॉन डू पोंट के हाथों में आया. डू पोंट ने वर्ष 1996 में अपने घर में ओलंपिक रेसलर डेविड शूल्ट्ज की गोली मार कर हत्या कर दी थी जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था. जेल में वर्ष 2010 में उनकी मौत हो गई.



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