सातवें वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन का आयोजन गांधीनगर, गुजरात में 11 जनवरी 2015 से 13
जनवरी 2015 तक किया गया. इस सम्मेलन को गुजरात
सरकार द्वारा आयोजित किया गया. छठे वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन का आयोजन 2013
में किया गया था.
शिखर सम्मेलन के दौरान गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने
सातवें वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन में 1225 रणनीतिक
साझेदारों के साथ विभिन्न समझौतो पर हस्ताक्षर किए. उनके निवेश साझेदारों एवं
कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, अदानी ग्रुप, आदित्य बिड़ला समूह, सुजलॉन और वीडियोकॉन, रियो टिंटो, सुजुकी और सीएलपी होल्डिंग्स जैसी कुछ
विदेशी निवेश समूह भी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी, गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल, विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया.
शिखर सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ
• दुनिया भर के विभिन्न नेताओं और विशेषज्ञों ने भी भारत में अधिकाधिक आर्थिक सुधारों की बात कही.
• गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल गुजरात को एक वैश्विक व्यापार केंद्र बनाने की घोषणा की.
• अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे, सबका साथ-सबका विकास से प्रभावित दिखे. उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के सभी राज्यों में सहकारी संघवाद को बढ़ावा देना चाहता है.
• विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने भारत की लक्षित विकास दर 6.4 प्रतिशत करने की बात कही. इसके अतिरिक्त उन्होंने भारत में समावेशी विकास के लिए कर- सुधारों और सब्सिडी सुधारों को आवश्यक बताया.
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत टिकाऊ, समावेशी विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और गरीबी से लेकर पारिस्थितिकी जैसे मुद्दों में सुधार के लिए वैश्विक नेतृत्व के साथ काम करना चाहता है.
• अदानी समूह ने 20,000 करोड़ रुपए के गुजरात के बंदरगाह क्षेत्र में निवेश और 25,000 करोड़ रुपए ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की प्रतिबद्धता भी जताई.
• रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने एक लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की थी और बिड़ला समूह ने अगले 12- 18 महीनों में 20,000 करोड़ रुपए के निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई.
• विदेशी कंपनियों में ऑस्ट्रेलियाई कंपनी रियो टिंटो ने गुजरात के विशाल खनन और हीरा कटिंग उद्योग में 30,000 नौकरियों की घोषणा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी, गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल, विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया.
शिखर सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ
• दुनिया भर के विभिन्न नेताओं और विशेषज्ञों ने भी भारत में अधिकाधिक आर्थिक सुधारों की बात कही.
• गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल गुजरात को एक वैश्विक व्यापार केंद्र बनाने की घोषणा की.
• अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे, सबका साथ-सबका विकास से प्रभावित दिखे. उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के सभी राज्यों में सहकारी संघवाद को बढ़ावा देना चाहता है.
• विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने भारत की लक्षित विकास दर 6.4 प्रतिशत करने की बात कही. इसके अतिरिक्त उन्होंने भारत में समावेशी विकास के लिए कर- सुधारों और सब्सिडी सुधारों को आवश्यक बताया.
• प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत टिकाऊ, समावेशी विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए और गरीबी से लेकर पारिस्थितिकी जैसे मुद्दों में सुधार के लिए वैश्विक नेतृत्व के साथ काम करना चाहता है.
• अदानी समूह ने 20,000 करोड़ रुपए के गुजरात के बंदरगाह क्षेत्र में निवेश और 25,000 करोड़ रुपए ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की प्रतिबद्धता भी जताई.
• रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने एक लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की थी और बिड़ला समूह ने अगले 12- 18 महीनों में 20,000 करोड़ रुपए के निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई.
• विदेशी कंपनियों में ऑस्ट्रेलियाई कंपनी रियो टिंटो ने गुजरात के विशाल खनन और हीरा कटिंग उद्योग में 30,000 नौकरियों की घोषणा की.
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