भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की 'मंगलयान' टीम को वर्ष 2015 की ‘स्पेस पायनियर अवॉर्ड’ देने की घोषणा 13
जनवरी 2015 को अमेरिका में की गई. इसरो को यह
पुरस्कार, अमेरिका की नैशनल स्पेस सोसायटी (NSS) ने साइंस ऐंड इंजिनियरिंग कैटिगरी में देने की घोषणा की. यह पुरस्कार मई 2015
में कनाडा के टॉरंटो में होने वाले नैशनल स्पेस सोसायटी के वर्ष 2015
के ‘इंटरनैशनल स्पेस डिवेलपमेंट कॉन्फ्रेंस’
में दिया जाएगा.
विदित हो कि 450 करोड़ रुपए की लागत वाला इसरो का ‘मॉर्स ऑर्बिटर’ सबसे सस्ता अंतरग्रहीय मिशन था और
भारत इसके साथ ही विश्व में पहले ही प्रयास में मंगल की कक्षा में अंतरिक्ष यान
स्थापित करने वाला एकमात्र राष्ट्र बना. ‘मॉर्स ऑर्बिटर’
को मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंचाने के बाद भारत मंगल ग्रह
की कक्षा में यान भेजने वाला चौथा देश बन गया. इसके पूर्व यह उपलब्धि अमेरिका,
यूरोप और रूस को मिली थी.
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