12 जनवरीः राष्ट्रीय युवा दिवस
भारत भर में राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी 2015 को मनाया गया. यह दिन हर वर्ष सामाज सुधारक, दार्शनिक और विचारक स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह स्वामी विवेकानंद की 152वीं जयंती है. वर्ष 1985 से उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता रहा है.
भारत भर में राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी 2015 को मनाया गया. यह दिन हर वर्ष सामाज सुधारक, दार्शनिक और विचारक स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह स्वामी विवेकानंद की 152वीं जयंती है. वर्ष 1985 से उनकी जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता रहा है.
प्रमुख तथ्य
• वर्ष 1984 में केंद्र सरकार ने 12 जनवरी, स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की थी.
• स्वामी विवेकानंद के व्याख्यान और किताबें युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं और कई युवा संगठनों को प्रेरित भी किया है.
• उनके लेखन पर भारतीय आध्यात्मिक परंपरा और उनके गुरु श्री रामकृष्ण की गहरी छाप है.
• उनकी सभी शिक्षाएं द कम्प्लीट वर्क्स ऑफ स्वामी विवेकानंद के नौ संस्करणों में मिल जाएंगी. इसका प्रकाशन अद्वैत आश्रम, कोलकाता करता है.
• स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को नरेन्द्र नाथ दत्त के घर में हुआ था. ये भारत के देशभक्त संत के रूप में जाने जाते हैं.
• स्वामी विवेकानंद पश्चिम देशों में भारतीय वेदांत दर्शन और योग का प्रचार करने वाले प्रमुख व्यक्ति थे.
• उन्होंने भारत में हिन्दुत्व के पुनरुद्धार का काम किया और औपनिवेशिक भारत में राष्ट्रवाद की अवधारणा में भी योगदान दिया.
• स्वामी विवेकानंद ने वर्ष 1893 में शिकागो में हुए विश्व धर्म महासभा में भाषण दिया. इसमें उन्होंने हिन्दुत्व की शुरुआत की थी, उनके भाषण की शुरुआत– अमेरिका की बहनों एवं भाइयों, से हुई थी.
• विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी. और
• उनका महाराष्ट्र के बेलूर में 4 जुलाई 1902 को 39 वर्ष की अल्पायु में निधन हो गया.
• वर्ष 1984 में केंद्र सरकार ने 12 जनवरी, स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की थी.
• स्वामी विवेकानंद के व्याख्यान और किताबें युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत रहे हैं और कई युवा संगठनों को प्रेरित भी किया है.
• उनके लेखन पर भारतीय आध्यात्मिक परंपरा और उनके गुरु श्री रामकृष्ण की गहरी छाप है.
• उनकी सभी शिक्षाएं द कम्प्लीट वर्क्स ऑफ स्वामी विवेकानंद के नौ संस्करणों में मिल जाएंगी. इसका प्रकाशन अद्वैत आश्रम, कोलकाता करता है.
• स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को नरेन्द्र नाथ दत्त के घर में हुआ था. ये भारत के देशभक्त संत के रूप में जाने जाते हैं.
• स्वामी विवेकानंद पश्चिम देशों में भारतीय वेदांत दर्शन और योग का प्रचार करने वाले प्रमुख व्यक्ति थे.
• उन्होंने भारत में हिन्दुत्व के पुनरुद्धार का काम किया और औपनिवेशिक भारत में राष्ट्रवाद की अवधारणा में भी योगदान दिया.
• स्वामी विवेकानंद ने वर्ष 1893 में शिकागो में हुए विश्व धर्म महासभा में भाषण दिया. इसमें उन्होंने हिन्दुत्व की शुरुआत की थी, उनके भाषण की शुरुआत– अमेरिका की बहनों एवं भाइयों, से हुई थी.
• विवेकानंद ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी. और
• उनका महाराष्ट्र के बेलूर में 4 जुलाई 1902 को 39 वर्ष की अल्पायु में निधन हो गया.
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