भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रेपो
रेट में 0.25 प्रतिशत की कमी की घोषणा 15 जनवरी
2015 को की. इस घोषणा के बाद रेपो रेट घटकर 7.75 प्रतिशत हो गई जो पहले 8 प्रतिशत थी.
आरबीआई ने आर्थिक विकास दर बढ़ाने के
मकसद एवं महंगाई दर में आई कमी की वजह से यह कटौती की. आरबीआई ने सीआरआर की दर में
कोई बदलाव नहीं किया. यह चार प्रतिशत पर बरकरार है. रिवर्स रेपो रेट में भी कोई
बदलाव नहीं किया. यह दर वर्तमान में 6.75 प्रतिशत है.
रेपो रेट एवं रिवर्स रेपो रेट
रेपो
रेट वह दर है, जिस पर आरबीआई किसी बैंक को लोन देता है. बैंक अपने
पास मौजूद नकदी को रिजर्व बैंक में रख सकते है और इस पर उन्हें रिजर्व बैंक से
ब्याज मिलता है. जिस दर पर यह ब्याज मिलता है, उसे रिवर्स
रेपो रेट कहा जाता है.
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