एमएसएमई के लिए ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम हेतु आरबीआई ने दिशानिर्देश जारी किए-(25-JULY-2014) C.A

| Friday, July 25, 2014
भारतीय रिजर्व बैंक ने 23 जुलाई 2014 को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के वित्तपोषण की सुविधा और व्यापार प्राप्तियों को लिक्विड फंडों में बदलने में मदद करने के लिए ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम (व्यापार प्राप्तियां भुनाई प्रणाली) को स्थापित और संचालित करने के लिए दिशानिर्देश का मसौदा जारी किया.
जारी किया गया दिशानिर्देश का मसौदा एक अखबार के शीर्षक माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (एमएसएमई) फैक्टरिंग ट्रेड रिसीवेबल्स एक्सचेंज का अनुवर्ती था जिसे आरबीआई ने मार्च 2014 में प्रकाशित किया था. इस अखबार में इस बात पर जोर दिया गया था कि भारत भर में इस मुद्दे के समाधान की जरूरत है. इसके लिए एमएसएमई के लिए फाइनैंसिंग ट्रेड रिसीवेबल्स के लिए संस्थागत तंत्र की स्थापना करनी होगी ताकि एमएसएमई को वित्त मिल सके.
मसौदा दिशानिर्देश
·       ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम (टीआरईडीएस) इन भागीदारों को एमएसएमई के चालान या बिल की अपलोडिंग, स्वीकार करने, छूट, व्यापार और निपटान के लिए मंच प्रदान करेगा.
·       टीआरईडीएस किसी तरह की गड़बड़ी न हो और एक्सचेंज पर अपलोड की गईं फैक्टरिंग इकाईयां प्रामाणिक और वास्तिवक लेनेदेन के आधार पर हो, को सुनिश्चित करने के लिए कुछ रैंडम ऑडिट भी कर सकती है.
·       टीआरईडीएस खरीददारों और विक्रेताओं के लिए मानकीकृत तंत्र/ प्रक्रिया रखेगी. यह एक बार की बोर्डिंग प्रक्रिया में टीआरईडीएस के पास केवाईसी से संबंधित सभी दस्तावेजों को जमा कराने की जरूरत होगी.
·       टीआरईडीएस भारतीय रिजर्व बैंक के पेमेंट एंड सेटेलमेंट सिस्टम्स एक्ट 2007 के तहत नियामक रूपरेखा द्वारा संचालित किया जाएगा.
·       टीआरईडीएस किसी भी क्रेडिट जोखिम की अनुमति नहीं देगी और न्यूनतम इक्विटी पूंजी 100 करोड़ रुपये की होगी. इसके अलावा टीआरईडीएस के पास हर समय 100 करोड़ रुपये का निवल मूल्य होना चाहिए.
·       प्रदत्त वोटिंग इक्विटी पूंजी के लिए प्रोमोटरों का न्यूनतम प्रारंभिक योगदान टीआरईडीएस में कमसेकम 40 फीसदी होनी चाहिए जो टीआरईडीएस के कारोबार के प्रारंभ होने की तिथि से पांच वर्षों की अवधि के लिए लॉक हो जाएगा.
·       टीआरईडीएस में प्रोमोटरों की शेयरहोल्डिंग अगर 40 फीसदी से ज्यादा है तो इसे टीआरईडीएस के कारोबार के प्रारंभ होने की तिथि से तीन वर्षों के भीतर 40 फीसदी तक लाना होगा.
·       टीआरईडीएस में विदेशी शेयरहोल्डिंग मौजूदा एफडीआई नीति के अनुसार किया जाएगा.
·       टीआरईडीएस के संचालन का समर्थन के लिए उचित तकनीकी आधार होना चाहिए.

ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम (टीआरईडीएस) के बारे में
ट्रेड रिसीवेबल्स डिस्काउंटिंग सिस्टम (टीआरईडीएस) एमएसएमई के ट्रेड रिसीवेबल्स के लिए वित्तपोषण की सुविधा हेतु कई फाइनेंसरों के जरिए कॉरपोरेट खरीददारों से संस्थागत तंत्र की स्थापना औऱ संचालन करने की योजना है. टीआरईडीएस चालान और बिल दोनों पर छूट की सुविधा प्रदान करेगा.
टीआरईडीएस के प्रत्यक्ष प्रतिभागियों में एमएसएमई विक्रेता, कॉरपोरेट खरीददार और फाइनैंसर, बैंक और गैरबैंक (एनबीएफसी कारक) होंगे.


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