प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 21 जुलाई 2014 को मुंबई में परमाणु ऊर्जा (डीएई) के
विभाग के तहत भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) का दौरा किया. मई 2014
में प्रधानमंत्री बनने के बाद परमाणु ऊर्जा विभाग की उनकी पहली
यात्रा थी. परमाणु ऊर्जा आयोग (एईसी) के अध्यक्ष और परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव डॉ
आरके सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यात्रा के दौरान भारत के
परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के बारे में बताया गया; परमाणु ऊर्जा विभाग
के व्यापक अनुसंधान और विकास और शिक्षा कार्यक्रमों; और अन्य
क्षेत्रों जैसे स्वास्थ्य, विशेष रूप से कैंसर के उपचार,
खाद्य सुरक्षा, ठोस कचरा प्रबंधन और जल शोधन
के रूप में परमाणु ऊर्जा विभाग के योगदान के बारे में बताया गया.
भेंट की मुख्य विशेषताएं
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उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का जोर
परमाणु विज्ञान के मानवीय तथा विकास पक्षों पर होना चाहिए. इसे विशेष रूप तक पूरे
देश के स्कूलों और कॉलेजों तक ले जाना चाहिए. प्रधानमंत्री ने परमाणु ऊर्जा विभाग
से कहा कि वह पूरी दुनिया में परमाणु विज्ञान में भारत की क्षमता का मानवीय पक्ष
प्रस्तुत करे.
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प्रधानमंत्री ने परमाणु ऊर्जा विभाग
के महत्वकांक्षी विस्तार कार्यक्रम को लागू करने में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया
और आशा व्यक्त की कि परमाणु ऊर्जा विभाग संभावित लागत के अंदर 2023-24 तक 5780 मेगावॉट की वर्तमान क्षमता से 3 गुना क्षमता बढाने के लक्ष्य को पूरा कर लेगा.
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प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके लिए
परमाणु सुरक्षा उच्च प्राथमिकता है। उन्होंने परमाणु ऊर्जा विभाग से यह सुनिश्चित
करने को कहा कि भारत के मानक तथा व्यवहार विश्व में सर्वाधिक आधुनिकों हों.
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उन्होंने विभाग से परमाणु ऊर्जा
विभागों के नियोजन तथा उन्हें लागू करने में स्थानीय समुदाय के प्रति विशेष ध्यान
देने को कहा.
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प्रधानमंत्री ने टाटा मेमोरियल
अस्पताल के जरिए कैंसर अनुसंधान तथा इलाज जैसे गंभीर क्षेत्र में परमाणु ऊर्जा
विभाग के वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना की.
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उन्होंने आशा व्यक्त की कि ऊर्जा
विभाग चंडीगढ़ तथा विशाखापत्तनम में शुरू होने वाली योजनाओं को शीघ्र लागू करेगा
और एशिया में कैंसर इलाज के अत्याधुनिक मानकों को देश के अन्य भागों तक ले जाएगा.
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प्रधानमंत्री ने परमाणु ऊर्जा विभाग
को स्वास्थ्य, कचरा प्रबंधन, जल
शोधन, कृषि तथा खाद्य संरक्षण जैसे क्षेत्रों में परमाणु
विज्ञान को राष्ट्रीय स्तर पर अपनाने के लिए अनुसंधान बढाने के विशेष प्रयास करने
का निर्देश दिया.
परमाणु ऊर्जा विभाग का हीरक जयंती
समारोह
परमाणु ऊर्जा विभाग के हीरक जयंती के संदर्भ में जो 3 अगस्त 2014 को मनायी जाएगी. इसकी चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने परमाणु ऊर्जा विभाग से जयंती को पूरे वर्ष मनाने संबंधी कार्यक्रम तैयार करने को कहा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का जोर परमाणु विज्ञान के मानवीय तथा विकास पक्षों पर होना चाहिए. इसे विशेष रूप तक पूरे देश के स्कूलों और कॉलेजों तक ले जाना चाहिए.
परमाणु ऊर्जा विभाग के हीरक जयंती के संदर्भ में जो 3 अगस्त 2014 को मनायी जाएगी. इसकी चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने परमाणु ऊर्जा विभाग से जयंती को पूरे वर्ष मनाने संबंधी कार्यक्रम तैयार करने को कहा. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का जोर परमाणु विज्ञान के मानवीय तथा विकास पक्षों पर होना चाहिए. इसे विशेष रूप तक पूरे देश के स्कूलों और कॉलेजों तक ले जाना चाहिए.
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