केशरी नाथ त्रिपाठी पश्चिम बंगाल के 22वें राज्यपाल के पद की शपथ ली-(26-JULY-2014) C.A

| Saturday, July 26, 2014
केशरी नाथ त्रिपाठी (केएन त्रिपाठी) ने पश्चिम बंगाल के 22वें राज्यपाल के पद की शपथ 24 जुलाई 2014 को ली. कोलकाता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (कार्यवाहक) न्यायमूर्ति असीम कुमार बनर्जी ने उन्हें को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. केशरी नाथ त्रिपाठी ने डी वाई पाटिल का स्थान लिया.

आजादी के बाद से केशरी नाथ त्रिपाठी राज्य के 22वें राज्यपाल जबकि व्यक्ति के रूप में वह राज्य के 21वें राज्यपाल हैं. प्रोफेसर सैयद नुरुल हसन दो कार्यकाल के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे. 

भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बिहार के राज्यपाल, डी वाई पाटिल को 30 जून 2014 को एम के नारायण द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया था. (संविधान के अनुच्छेद 153 में यह कहा गया है कि एक राज्यपाल एक या एक से अधिक राज्यों का राज्यपाल हो सकता है).
 
केशरी नाथ त्रिपाठी 
यूपी से बीजेपी के नेता केशरी नाथ त्रिपाठी का जन्म इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में 10 नवंबर 1934 को हुआ था. 
वह उत्तर प्रदेश विधान सभा में भाजपा सदस्य के तौर पर छह बार चुने गए ( 1977-80,1989–91, 1991-92, 1993--1995,1996-2002 और 2002–2007).
वह तीन बार यूपी विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे (1991, 1997, 2002). 
वर्ष 1977– 1979 तक उत्तर प्रदेश सरकार में संस्थागत वित्त और सेल्स टैक्स  के केंद्रीय मंत्री पद पर रहे. 
केशरी नाथ त्रिपाठी ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता के तौर पर प्रैक्टिस भी किया. 
केशरी नाथ त्रिपाठी वर्ष 1987– 1989 तक इलाहाबाद उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे. 
केशरी नाथ त्रिपाठी वर्ष 2004 से वर्ष 2007 तक भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष थे. 
उनकी लिखित कुछ किताबों में द रिप्रेजेंटेशन ऑफ द पीपुल एक्ट, 1951” (The Representation of the People Act, 1951.) पर टिप्पणी शामिल है. उन्होंने  ‘आयु पंखऔर मनोनुकृतिनाम की कविता संग्रह की भी रचना की है. 
केशरी नाथ त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश सम्मान, विश्व भारती सम्मान, अभिषेक श्री, भारत गौरव से सम्मानित किया गया.


0 comments:

Post a Comment