भारतीय जादूगर समराज को ‘मर्लिन
पुरस्कार’ हेतु चयनित किया गया. न्यूयॉर्क (अमेरिका) स्थित ‘इंटरनेशनल मेजीशियन्स सोसाइटी’ (आईएमएस) ने 17
जुलाई 2014 को इसकी घोषणा की. समराज को ‘डरावने वर्ग’ के तहत पुरस्कार के लिए चुना गया.
समराज का चयन ‘आईएमएस’ द्वारा गठित अंतरराष्ट्रीय
चयन समिति ने किया.
विदित हो कि ‘आईएमएस’ की चयन
समिति ने समराज के जादू आयोजनों, ‘ट्रैजिक एंड ऑफ टाइटैनिक’,
‘द ग्रेवयार्ड एस्केप’ और ‘द ग्रेट इंडियन रोप ट्रिक’ के आधार पर इस पुरस्कार
हेतु चयनित किया. यह पुरस्कार हैदराबाद में 20 जुलाई2014 को को दिए जाएंगे. समराज मूल रूप से भारत
के केरल राज्य के रहने वाले हैं.
‘मर्लिन
पुरस्कार’ से संबंधित मुख्य तथ्य
इंटरनेशनल मेजीशियन्स सोसाइटी द्वारा दी जाने वाली ‘मर्लिन पुरस्कार’ विश्व की प्रमुख जादूगरी के
क्षेत्र में दी जाने वाली वार्षिक पुरस्कार है. इसके पुरस्कारों हेतु उम्मीदवारों
का चयन एक ‘चयन समिति’ के माध्यम से
विश्व स्तर पर की जाती है. इस पुरस्कार का प्रारंभ वर्ष 1968 में हुआ.
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