केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (नेशनल सेंटर फॉर गुड
गवर्नेंस– एनसीजीजी) का 24 फरवरी
2014 को उद्घाटन किया. एनसीजीएस देश में सुशासन सुधारों के
लिए मार्गदर्शन और कार्यान्वयन का शीर्ष थिंकटैंक है.
नेशनल सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस (एनसीजीज) की स्थापना राष्ट्रीय प्रशासनिक अनुसंधान संस्थान (एनआईएआर) मसूरी ने की. एनसीजीजी का प्रमुख कार्य सुशासन में अनुसंधानोन्मुख कार्रवाई पर होगा. यह केंद्र सरकार में सुशासन, ई– गवर्नेंस पहलों, प्रबंधन परिवर्तन और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सूचनाओं के राष्ट्रीय भंडार के तौर पर काम करेगा.
एनसीजीजी प्रशासन संबंधी महत्वपूर्ण मुद्दों के हल, नीतियों और कार्यक्रम कार्यान्वयन के विश्लेषण, कार्ययोजना विकसित करने, प्रशासनिक सुधार कार्यक्रमों का समर्थन और विभिन्न क्षेत्रों, मंत्रालयों एवं विभागों के बीच तालमेल विकसित करने के लिए काम करेगा.
एनसीजीजी की प्रतिक्रिया केंद्र और राज्य सरकार की संस्थाओं, केंद्रीय प्रशिक्षण संस्थानों एवं राज्य प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थानों के लिए शोध पत्रों, प्रशासनिक सुधार, नीति विश्लेषण और महत्वपूर्ण निर्देशों वाले विकल्पों , मार्गदर्शन और प्रशासन में क्षमता निर्माण और प्रबंधन के मुद्दों पर होगी.
शासकीय निकाय और एनसीजीजी की संरचना
एनसीजीजी के लिए मंत्रिमंडलीय सचिव की अध्यक्षता शासकीय निकाय का गठन किया गया. इस सोसायटी के तहत आने वाले मामलों को शासी निकाय के समग्र अधीक्षण, निर्देशन के तहत प्रबंधित किया जाएगा. इसमें 12 सदस्यों वाली एक प्रबंधन समीति और अध्यक्ष के रूप में कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग के सचिव भी होंगे. इसकी संरचना तीन स्तर वाली होगी. पहले स्तर पर आंतरिक संकाय और सदस्य, दूसरे पर बाहर के घरेलू विशेषज्ञ और तीसरे स्तर पर अंतरराष्ट्रीय सलाहकार होंगे.
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