दिल्ली और पुरी के बीच चलने वाली सुपरफास्ट ट्रेन पुरुषोत्तम
एक्सप्रेस में फरवरी 2014 माह के अंत तक ब्रेल लिपि वाला
वातानुकूलित डिब्बा लगाया जाना है. इसके साथ ही, पुरुषोत्तम
एक्सप्रेस भारत की ऐसी पहली रेलगाड़ी बन जाएगी जिसमें नेत्रहीन यात्रियों की
सुविधा के लिए ब्रेल– लिपि वाला वातानुकूलित डिब्बा लगाया
जाना है.
अपनी तरह के इस पहले रेल कोच का निर्माण रेलवे ने ट्रेनों और स्टेशनों को विकलांग यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक बनाने की अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता के तहत किया है.
अपनी तरह के इस पहले रेल कोच का निर्माण रेलवे ने ट्रेनों और स्टेशनों को विकलांग यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक बनाने की अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता के तहत किया है.
ब्रेल लिपि की सुविधा के साथ बने इस पहले कोच का निर्माण चेन्नई के
इंटिग्रेटेड कोच फैक्ट्री में अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ), लखनऊ और नेत्रहीन संघों के साथ हुए परामर्श के आधार पर बनाया गया है.
इस विशेष कोच के निर्माण पर 40,000
रुपये का खर्च आया है क्योंकि ब्रेल मुद्रण वैसे स्टीकरों पर किया
जाता है जिसे सामान्य और नेत्रहीन व्यक्तियों, दोनों ही
इस्तेमाल कर सकते हैं. ट्रेनों में नेत्रहीन यात्रियों
की सुविधा के मद्देनजर रेलवे अधिक से अधिक ट्रेनों में ब्रेल लिपि वाले एसी और गैर–
एसी कोच को जोड़ने की योजना बना रही है.
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