फरहान अख्तर दक्षिण एशिया के लिए संयुक्त राष्ट्र महिला सद्भावना राजदूत नियुक्त किए गए-(18-NOV-2014) C.A

| Tuesday, November 18, 2014
बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर को दक्षिण एशिया के लिए संयुक्त राष्ट्र महिला सद्भावना राजदूत 14 नवंबर 2014 को नियुक्त किया गया. संगठन के इतिहास में फरहान अख्तर पहले ऐसे पुरुष हैं जिन्हें संयुक्त राष्ट्र महिला सद्भावना राजदूत नियुक्त किया गया. 

फरहान संयुक्त राष्ट्र महिला सद्भावना राजदूत के तौर पर अपने प्रयासों को महिला एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण को समर्पित करेंगें और संयुक्त राष्ट्र के हाल ही में शुरु किए गए ही फॉर शी’ (He For She) पहल में लैंगिंक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण की वकालत करेंगे.
संयुक्त राष्ट्र की अन्य महिला सद्भावना राजदूतों में शामिल हैं ब्रिटिश अदाकारा एम्मा वाटसन, अकादमी पुरस्कार विजेता निकोल किडमैन और थाइलैंड की एचआरएच प्रिंसेस बजराकीटियाभा माहीडोल.
 
पृष्ठभूमि
निपुण और स्थापित अभिनेताफिल्म निर्मातागायक फरहान अख्तर ने अपने मेन अगेन्स्ट रेप एंड डिस्क्रिमिनेशन (एमएआरडी) अभियान के तहत भारत में लैंगिक समानता और महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ हिंसा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कई चिंतनशील पुरुषों की आवाज का प्रतिनिधित्व किया है.
 
फरहान ने पुरुषों को संवेदनशील बनाने और महिलाओं की सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए अपने खुद के अभियान एमएआरडी की शुरुआत की थी. इस अभियान ने कई अभिनेताओं को खुद से जोड़ने में सफलता पाई और जागरूकता फैलाई. गूगल जैसे संगठन भी इंटरनेट साक्षरता के जरिए महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए इस पहल से जुड़े.
 
संयुक्त राष्ट्र महिलाओं के बारे में
जुलाई 2010 संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यूएन विमेन, लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र निकाय बनाया था. यूएन विमेन एक संयुक्त राष्ट्र संगठन है जो कि विश्वभर में महिलाओं के जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रगति में तेजी लाने के लिए समर्पित है.
 
संयुक्त राष्ट्र महिलाओं की मुख्य भूमिकाएं हैं:
नीतियों, वैश्विक मानकों और मानदंडों के निर्माण में अंतरसरकारी निकायों का समर्थन करना. 
इन मानकों को लागू करने और नागरिक समाज के साथ प्रभावी भागीदार बनाने के लिए सदस्य देशों की मदद करना. 
लैंगिक समानता पर अपनी ही प्रतिबद्धताओं के लिए जवाबदेह जिसमें प्रणालीवार प्रगति की नियमित निगरानी भी शामिल है, पर संयुक्त राष्ट्र प्रणाली को मानना.


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