भारत में प्रचालन हेतु दक्षिण कोरिया की इस्पात कंपनी
पॉस्को को ओडिशा में इस्पात संयंत्र लगाने के लिए केंद्रीय पर्यावरण और वन
मंत्रालय से पर्यावरण संबंधी अनुमति मिली. लगभग 52000 करोड़ रुपये के
अनुमानित लागत वाले पॉस्को के प्रस्तावित इस्पात संयंत्र हेतु 10 जनवरी 2014 को अनुमति प्राप्त हुई. कंपनी इस
परियोजना हेतु अनुमति के लिए पिछले आठ वर्ष से प्रतीक्षारत थी.उल्लेखनीय है कि
ओडिशा में इस्पात-संयंत्र लगाने की इस परियोजना को हरी झंडी दक्षिण कोरिया के
राष्ट्रपति ग्वेन ह्ये के भारत के प्रस्तावित दौरे से एक हफ्ते पहले प्राप्त हुई.
पॉस्को को दी गई इस मंजूरी से 12 मिलियन टन की वार्षिक
उत्पादन क्षमता वाले इस्पात-संयंत्र के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया.
पॉस्को इस निवेश के साथ पॉस्को प्रोजेक्ट भारत में सबसे बड़ा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश बन जाएगा, जो जमीन के अधिग्रहण और पर्यावरण संबंधी अनुमति की समस्याओं के कारण 2005 से टल रहा था.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस मेगा स्टील परियोजना हेतु पारादीप के निकट खांदाधर खानों के ऊपर प्रोस्पेक्टिंग लाइसेंस प्रदान करने के प्रस्ताव को अनुमति प्रदान की.
पॉस्को इस निवेश के साथ पॉस्को प्रोजेक्ट भारत में सबसे बड़ा विदेशी प्रत्यक्ष निवेश बन जाएगा, जो जमीन के अधिग्रहण और पर्यावरण संबंधी अनुमति की समस्याओं के कारण 2005 से टल रहा था.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस मेगा स्टील परियोजना हेतु पारादीप के निकट खांदाधर खानों के ऊपर प्रोस्पेक्टिंग लाइसेंस प्रदान करने के प्रस्ताव को अनुमति प्रदान की.
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