वैज्ञानिकों ने पहली बार
आकाशगंगाओं की दूरी छह बिलियन प्रकाश-वर्ष से अधिक दूर मापी, जिसमें मात्र एक प्रतिशत की ही त्रुटि की संभावना
हो सकती है. यह विश्लेषण 9 जनवरी 2014 को जारी किया गया. न्यू मेक्सिको स्थित अपाचे पॉइंट ऑब्जर्वेटरी में
चलाई जा रही चार परियोजनाओं में से एक पर काम कर रहे वैज्ञानिक श्लेगेल और उनकी
टीम ने यह परिणाम अमेरिकी खगोलीय समिति की 223वीं बैठक
में प्रस्तुत किए. नये मापक से बना नया मानचित्र स्लोअन फाउंडेशन टेलीस्कोप का
इस्तेमाल करते हुए बारयोन ओसिलिएशन स्पेक्ट्रोस्कोपिक सर्वे (BOSS) से सृजित किया गया. यह सर्वे स्लोअन डिजिटल स्काई सर्वे III
(SDSS-111) द्वारा न्यू मेक्सिको स्थित अपाचे पॉइंट ऑब्जर्वेटरी
में चलाई जा रही चार परियोजनाओं में से एक है. विश्लेषण में 1277503 आकाशगंगाओं का स्पेक्ट्रा शामिल है और यह उत्तरी गोलार्ध से दिखाई देने
वाले 8509 वर्ग डिग्री आकाश को कवर करता है. यह ब्रह्मांड
का इस घनत्व पर सर्वेक्षित सबसे बड़ा नमूना है. बॉस 2009 से
आंकड़े एकत्र कर रहा है और जून 2014 तक करता रहेगा.
बॉस (BOSS) मानचित्र ने
आकाशगंगाओं के बीच की दूरी के मानक मापन के रूप में बारयोन अकूस्टिक ओसिलिएशंस (BAOs,
बीएओज) का इस्तेमाल किया. बीएओज इंटरगैलेक्टिक स्पेस की बैरन
डेप्थ्स में सस्पेंडेड प्रारंभिक ब्रह्मांड से दबाव-तरंगों की छाप है.
इसके अतिरिक्त, बीएओज के रूप में जानी
जाने वाली घटना ब्रह्मांड भर में आकाशगंगाओं के वितरण में सूक्ष्म लहरियां हैं. ये
लहरियां प्रारंभिक ब्रह्मांड के निर्माण के दौरान सृजित हुई थीं, जब प्रकाश (फोटोंस) और प्रोटोंस तथा न्यूट्रोंस (जो मिलकर बारयोंस कहे
जाते हैं), ने ब्रह्मांड में से स्पंदित होने वाली विशाल
दबाव-तरंगें सृजित कीं.
0 comments:
Post a Comment