नासा मार्स रोवर द्वारा एक जेली डोनट चट्टान के खोज की
जानकारी 21 जनवरी 2014 को
दी गई. यह जानकारी नासा मार्स रोवर के मंगल पर अवतरण की दसवीं
वर्षगांठ के अवसर पर प्रदान की.
शोधकर्ताओं ने इस चट्टान को पिनेकल आइलैंड नाम दिया. यह सल्फर, मैग्नीशियम और मैंगनीज नमक तीन तत्त्वों के संयोजन बनी है. शोधकर्ताओं के अनुसार जेली डोनट चट्टान (Jelly doughnut rock) मंगल पर अंतरिक्ष-विशेषज्ञों को अब तक मिली सबसे पुरानी चीजों में से एक है.
चट्टान की जाँच की जा रही है. उसकी बाहरी सतह कुछ सफेद तथा बीच की तरफ का हिस्सा कुछ-कुछ लाल दिखाई देता है और वह स्वीट डेजर्ट जैसी दिखाई देती है.
ऑपोर्च्यूनिटी मार्स रोवर से सम्बंधित मुख्य तथ्य
मंगल की खोज करने वाले नासा के यानों में से एक, ऑपोर्च्यूनिटी लाल ग्रह पर 24 जनवरी 2004 को पहुँचा था.
ऑपोर्च्यूनिटी रोवर मंगल पर तीन महीने के अभियान के लिए निर्मित किया गया था, किंतु वह 10 वर्ष बाद भी बहुमूल्य वैज्ञानिक डाटा भेज रहा है.
नासा का ऑपोर्च्यूनिटी मास रोवर मंगल पर अतीत की पानी संबंधी गतिविधियों का प्रमाण रखने वाली विविध प्रकार की चट्टानों और मिट्टी की खोज और उनका वर्गीकरण करता है.
शोधकर्ताओं ने इस चट्टान को पिनेकल आइलैंड नाम दिया. यह सल्फर, मैग्नीशियम और मैंगनीज नमक तीन तत्त्वों के संयोजन बनी है. शोधकर्ताओं के अनुसार जेली डोनट चट्टान (Jelly doughnut rock) मंगल पर अंतरिक्ष-विशेषज्ञों को अब तक मिली सबसे पुरानी चीजों में से एक है.
चट्टान की जाँच की जा रही है. उसकी बाहरी सतह कुछ सफेद तथा बीच की तरफ का हिस्सा कुछ-कुछ लाल दिखाई देता है और वह स्वीट डेजर्ट जैसी दिखाई देती है.
ऑपोर्च्यूनिटी मार्स रोवर से सम्बंधित मुख्य तथ्य
मंगल की खोज करने वाले नासा के यानों में से एक, ऑपोर्च्यूनिटी लाल ग्रह पर 24 जनवरी 2004 को पहुँचा था.
ऑपोर्च्यूनिटी रोवर मंगल पर तीन महीने के अभियान के लिए निर्मित किया गया था, किंतु वह 10 वर्ष बाद भी बहुमूल्य वैज्ञानिक डाटा भेज रहा है.
नासा का ऑपोर्च्यूनिटी मास रोवर मंगल पर अतीत की पानी संबंधी गतिविधियों का प्रमाण रखने वाली विविध प्रकार की चट्टानों और मिट्टी की खोज और उनका वर्गीकरण करता है.
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