साहित्य अकादमी ने वर्ष 2013 हेतु असमिया एवं गुजराती भाषा के पुरस्कारो की घोषणा की-(22-JAN-2014) C.A

| Wednesday, January 22, 2014
साहित्य अकादमी ने वर्ष 2013 हेतु असमिया एवं गुजराती भाषाओं के पुरस्कारो की घोषणा जनवरी 2014 के प्रथम एवं तृतीय सप्ताह में की.
साहित्य अकादमी का वार्षिक पुरस्कार 24 भाषाओं में दिया जाता है. साहित्य अकादमी ने वर्ष 2013 हेतु 22 भाषाओं में अपने वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा 18 दिसंबर 2013 को की. शेष दो भाषाओं, असमिया एवं गुजराती  हेतु अकादमी पुरस्कारों की घोषणा बाद में की जानी थी.

अकादमी पुरस्कार 1 जनवरी 2009 से 31 दिसंबर 2011 के मध्य पहली बार प्रकाशित पुस्तकों पर दिया गया. इन पुस्तको को त्रि-सदस्यीय निर्णायक मंडल ने निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए चुना.

वर्ष 2013 के साहित्य अकादमी पुरस्कार गुजराती भाषा के कवि चीनू मोदी को उनके काव्य-संग्रह खरा जारां”  के लिए 4 जनवरी 2014 को दिया गया.

असमिया भाषा हेतु वर्ष 2013 के साहित्य अकादमी पुरस्कार रवींद्र सरकार को उनके कविता संग्रह धुलियोरी भारिर सांसके लिए 21 जनवरी 2014 को दिया गया.

सभी 24  भाषाओं के वार्षिक अकादमी पुरस्कार 11 मार्च 2014 को नई दिल्ली में आयोजित विशेष कार्यक्रम में दिए जाने हैं. साहित्य अकादमी पुरस्कार के रूप में एक उत्कीर्ण ताम्रफलक, शाल एवं एक लाख रुपये की राशि दी जाती है.
साहित्य अकादमी से संबंधित तथ्य
साहित्य अकादमी की स्थापना 12 मार्च 1954 को गयी थी.
अकादमी का मुख्यालय नई दिल्ली में है. इसके चार क्षेत्रीय कार्यालय कोलकाता, बंगलौर, चेन्नई और मुंबई में है.
अकादमी वर्ष 2013 में 60 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती समारोह मनाएगी.
साहित्य अकादमी के वर्तमान अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी अकादमी के पहले ऐसे अध्यक्ष है, जिनका संबंध हिंदी भाषा साहित्य से है.

साहित्य अकादमी  ने असमिया एवं गुजराती भाषाओं के पुरस्कारो की घोषणा जनवरी 2014 के प्रथम एवं तृतीय सप्ताह में की.


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