भारतीय मूल के प्रोफेसर ए जे पॉलराज ने वर्ष 2014 का मार्कोनी पुरस्कार जीता-(24-JAN-2014) C.A

| Friday, January 24, 2014
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में भारतीय मूल के वैज्ञानिक एवं प्रोफेसर (अवकाश प्राप्त) आरोग्यस्वामी जोसफ पॉलराज को वर्ष 2014 के प्रतिष्ठित मारकोनी सोसायटी पुरस्कार से 21 जनवरी 2014 को सम्मानित किया गया. उन्हें मिमो (एकाधिक इनपुट एकाधिक आउटपुट)  एंटेना के सिद्धांत एवं आवेदन के विकास के लिए सम्मानित किया गया.
पॉलराज की खोज से एकाधिक एंटेना के प्राप्त एवं संचारण के उपयोग से मल्टीमीडिया सेवाओं की दुनिया में वायरलेस वितरण की गति में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है.

वर्तमान में यह प्रौद्योगिकी उच्च गति वाईफ़ाई एवं 4 जी मोबाइल प्रणालियों में प्रयोग किया जा रहा है. लगभग हर वाईफ़ाई रूटर और 4 जी फोन उपयोगकर्ता पुलराज की मिमो प्रौद्योगिकी का उपयोग करता है.

मारकोनी सोसायटी पुरस्कार से संबंधित तथ्य
मारकोनी सोसायटी की स्थापना वर्ष 1974 में की गयी थी. वार्षिक मार्कोनी पुरस्कार गुगलिएल्मो मारकोनी जो इंजीनियर, वैज्ञानिक, उद्यमी एवं आविष्कारक थे, उनकी भावना को आगे बढ़ाने के लिए मारकोनी सोसायटी द्वारा दिया जाता है. यह पुरस्कार संचार एवं सूचना के माध्यम से सभी मानव के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक सुधार हेतु दिया जाता है.
• 100,000 डॉलर वाले मार्कोनी पुरस्कार की पहचान विश्व में रहने वाले व्यक्तियों की आकांक्षाओं, उपलब्धियों एवं उसके समर्पण की विशेषता से है. मारकोनी सोसायटी संगोष्ठियों एवं अन्य साधनों के माध्यम से, प्रासंगिक अनुसंधान का विकास एवं प्रसार करना चाहता है.
वर्ष 2014 को मारकोनी सोसायटी ने अपना 50 वां स्थापना दिवस मनाने का निर्णय लिया.
मार्कोनी पुरस्कार दूरसंचार क्षेत्र के दो शीर्ष पुरस्कारो में से एक है. दूसरा पुरस्कार आईईईई अलेक्जेंडर ग्राहम बेल पदक है.
मार्कोनी पुरस्कार दूरसंचार के माध्यम से मानवता की सेवा में योगदान करने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है.
यह पुरस्कार  रेडियो आविष्कारक गुगलिएल्मो मारकोनी की बेटी गिओया मारकोनी ब्रागा द्वारा स्थापित किया गया.


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