इला गांधी को दक्षिण अफ्रीका में एमाडेलकुफा से सम्मानित-(27-JAN-2014) C.A

| Monday, January 27, 2014
महात्मा गांधी की पौत्री इला गांधी को 26 जनवरी 2014 को दक्षिण अफ्रीका में एमाडेलकुफासे सम्मानित किया गया. इला गांधी को आजादी की लड़ाई के लिए उनके आजीवन योगदान हेतु सम्मानित किया गया. दक्षिण अफ्रीका की जुलु जाति की भाषा ज़ुलु में एमाडेलकुफा का मतलब है बलिदान.
इला गांधी के अतिरिक्त भारतीय मूल के दो अन्य दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों, सनी सिंह और मैक महाराज, को भी सम्मानित किया गया. भारतीय मूल के इन तीनो ही पुरस्कार विजेताओं ने उम्खोंतो वी सिज्वे’ (Spear of the Nation or राष्ट्र का भाला) में सक्रिय भूमिका निभायी थी. उम्खोंतो वी सिज्वेअफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस का सशस्त्र संघर्ष शाखा थी.
उम्खोंतो वी सिज्वेके पूर्व सदस्यों को वर्ष 1994 के बाद दक्षिण अफ्रीका के रक्षा बल में शामिल कर लिया गया था. वर्ष 1994 के बाद के बाद दक्षिण अफ्रीका में प्रजातंत्र की स्थापना हुई थी. नेल्सन मंडेला हली लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित होने वाले दक्षिण अफ्रीका के पहले राष्ट्रपति थे.
इला गांधी से संबंधित तथ्य
•    इला गांधी का जन्म 1 जुलाई 1940 को दक्षिण अफ्रीका में हुआ था. वे देश में एक शांति कार्यकर्ता हैं.
•    वह वर्ष 1994 से 2004 के बीच दक्षिण अफ्रीका में संसद की एक सदस्य थीं.
•    वह न्याय समिति की एक वैकल्पिक सदस्य थीं और न्यायपालिका और क़ानून व्यवस्था पर थीम समिति 5 में भी सेवा की.
•    वह डरबन, दक्षिण अफ्रीका के पास फीनिक्स बस्ती के एक आश्रम में पलीं-बढ़ीं. यह रिहायशी क्षेत्र वही स्थान है जहां महात्मा गांधी ने सफल भेदभाव विरोधी गतिविधियां चलायी थीं.
•    उन्होंने 1991 तक अपनी स्थापना के समय से नटल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ विमेन के एक कार्यकारी सदस्य के रूप में सेवा की.
•    रंगभेद के दौरान, इला गांधी को राजनीतिक सक्रियता के कारण 1975 में प्रतिबंध लगाया गया था और नौ वर्षों की गृहबंदी बनाया गया था.
•    वह 11 फ़रवरी 1990 को पोल्समूर जेल अपनी रिहाई से पूर्व यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के उन सस्दयों में से थीं जिन्होंने नेल्सन मंडेला के साथ मुलाकात की थी.
•    वर्ष 1994 के चुनाव से पूर्व इला गांधी ट्रांजिशनल एक्जक्यूटिव कमेटी की सदस्य थीं


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