उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में
मंत्रिमंडल ने “समाजवादी पेंशन योजना” को 28 जनवरी 2014 को मंजूरी
प्रदान की. “समाजवादी पेंशन योजना” का
लाभ प्रदेश के 40 लाख गरीब परिवारों को मिलना है.
“समाजवादी पेंशन योजना” से सम्बंधित मुख्य तथ्य
• समाजवादी पेंशन योजना के तहत चयनित परिवार को हर महीने ई-पेमेंट के माध्यम से 500 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी.
“समाजवादी पेंशन योजना” से सम्बंधित मुख्य तथ्य
• समाजवादी पेंशन योजना के तहत चयनित परिवार को हर महीने ई-पेमेंट के माध्यम से 500 रुपये प्रति माह पेंशन मिलेगी.
• योजना की निर्धारित शर्तों को पूरा करने पर
प्रतिवर्ष पेंशन में 50 रुपये की बढ़ोत्तरी करने का प्रावधान
है, लेकिन पेंशन की अधिकतम राशि 750 रुपये
होगी.
• इस योजना को वित्त वर्ष 2014-15 से लागू किया जाना है.
• “समाजवादी पेंशन योजना” उत्तर प्रदेश में पहले से चल रही “रानी लक्ष्मीबाई पेंशन योजना” का स्थान लेगी.
विदित हो कि बसपा प्रमुख मायावती ने बेहद गरीबी का जीवन जी रहे लोगों को आर्थिक मदद देने के लिए :महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना” अक्टूबर 2010 में शुरू की थी. बाद में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस योजना का नाम बदलकर “रानी लक्ष्मीबाई पेंशन योजना” कर दिया था. रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत प्रदेश के 25 लाख परिवारों में से प्रत्येक को दो छमाही किस्तों में 400 रुपये प्रति माह की दर से पेंशन दी जाती थी.
• “समाजवादी पेंशन योजना” उत्तर प्रदेश में पहले से चल रही “रानी लक्ष्मीबाई पेंशन योजना” का स्थान लेगी.
विदित हो कि बसपा प्रमुख मायावती ने बेहद गरीबी का जीवन जी रहे लोगों को आर्थिक मदद देने के लिए :महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना” अक्टूबर 2010 में शुरू की थी. बाद में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस योजना का नाम बदलकर “रानी लक्ष्मीबाई पेंशन योजना” कर दिया था. रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत प्रदेश के 25 लाख परिवारों में से प्रत्येक को दो छमाही किस्तों में 400 रुपये प्रति माह की दर से पेंशन दी जाती थी.
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