आठ
बुनियादी ढांचा उद्योगों की वृद्धि दर सितम्बर 2013 में 8
प्रतिशत रही जबकि अगस्त 2013 में बुनियादी
उद्योगों में 3.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. इससे पूर्व वर्ष
2012 के सितम्बर महीने में वृद्धि दर 8.3 प्रतिशत थी. बुनियादी ढांचा उद्योगों में वृद्धि दर का कारण कच्चा तेल,
इस्पात तथा बिजली क्षेत्र के बेहतर का प्रदर्शन रहा. वाणिज्य एवं
उद्योग मंत्रालय द्वारा यह आंकड़े नई दिल्ली में 31 अक्टूबर 2013
को जारी किए गए.
इन आंकड़ों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 38 प्रतिशत भारांश रखने वाले बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2013-14 की अप्रैल-सितम्बर अवधि में 3.2 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष (2012-13) की इसी अवधि में 6.6 प्रतिशत था.
विदित हो कि आठ बुनियादी उद्योगों में- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद (कच्चे पैट्रोलियम का 0.93 प्रतिशत), उर्वरक, स्टील (मिश्रधातु तथा गैर मिश्रधातु), सीमेंट,विद्युत आते हैं.
दिए गए आंकड़े अस्थायी हैं. कोयले, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद तथा सीमेंट से संबंधित आंकड़ों के संबंध में वर्ष 2012 के समान महीनों के आंकड़ों के आधार पर संशोधन किया गया.
इन आंकड़ों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 38 प्रतिशत भारांश रखने वाले बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2013-14 की अप्रैल-सितम्बर अवधि में 3.2 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष (2012-13) की इसी अवधि में 6.6 प्रतिशत था.
विदित हो कि आठ बुनियादी उद्योगों में- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पाद (कच्चे पैट्रोलियम का 0.93 प्रतिशत), उर्वरक, स्टील (मिश्रधातु तथा गैर मिश्रधातु), सीमेंट,विद्युत आते हैं.
दिए गए आंकड़े अस्थायी हैं. कोयले, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद तथा सीमेंट से संबंधित आंकड़ों के संबंध में वर्ष 2012 के समान महीनों के आंकड़ों के आधार पर संशोधन किया गया.
Who: वाणिज्य एवं उद्योग
मंत्रालय
Where: नई दिल्ली
What: आठ बुनियादी ढांचा
उद्योगों की वृद्धि दर के आंकड़े
When: 31 अक्टूबर 2013
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