चीन स्वर्ण (पीली धातु) का सबसे बड़ा उपभोक्ता: विश्व स्वर्ण परिषद -(16-NOV-2013) C.A

| Saturday, November 16, 2013
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चीन स्वर्ण (पीली धातु) का सबसे बड़ा उपभोक्ता बन गया. यह जानकारी विश्व स्वर्ण परिषद (डब्लूजीसी) ने 14 नवंबर 2013 को दी. विश्व स्वर्ण परिषद (डब्लूजीसी) ने कहा है कि चीन की वर्ष 2013 में सोने की मांग एक हजार टन के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई.

विश्व स्वर्ण परिषद (डब्लूजीसी) के अनुसार वर्ष 2013 में भारत में सोने की मांग का पूर्वानुमान 1000 टन से घटाकर 900 टन कर दिया गया. भारत उच्च व्यापार घाटे और कमजोर रुपए के कारण से सोने की मांग में कमी लाने के लिए कई उपाय किए. भारत ने सोने के आयात पर दस प्रतिशत का रिकार्ड शुल्क लगाया और आयात को निर्यात की मात्रा से बांध दिया, जिससे घरेलू बाजार में सोने की बिक्री काफी महंगा सौदा हो गया.

भारत सरकार ने सोने के शुल्क मूल्य को लगातार दूसरे दिन 14 नवंबर 2013 को घटाते हुए इसे 414 डालर प्रति 10 ग्राम दिया जो 13 नवंबर 2013 को 417 डालर प्रति 10 ग्राम था, जबकि चांदी पर शुल्क मूल्य घटाकर 672 डालर प्रति किलोग्राम कर दिया.
 
विदित हो कि आरबीआई द्वारा सोने के आयात पर लगाया गया प्रतिबंध केंद्रीय बैंक की व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में एक कारगर कदम माना जा सकता है. केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय की ओर से अक्टूबर 2013 माह के आयात-निर्यात आकड़ों में संदर्भित माह में आयात में कमी को दर्शाया गया जिसके पीछे मूल कारण उस माह में सोने एवं चांदी के आयात में कमी रही.
 
विश्व स्वर्ण परिषद के मुताबिक देश में सोने की मांग 2012 में मात्रा के संदर्भ में 12 फीसदी घट गई, जबकि मूल्य के संदर्भ में इसमें छह फीसदी की वृद्धि रही.

भारत को तेल के बाद सोने के आयात पर सर्वाधिक भुगतान करना पड़ता है. 

आयात शुल्क मूल्य 
आयात शुल्क मूल्य वह आधार मूल्य है जिसके आधार पर आयातित माल पर सीमा शुल्क निर्धारित किया जाता है. इससे कम आयात मूल्य दिखाकर शुल्क चोरी करने वाले आयातकों पर अंकुश लगाया जाता है.
Who: चीन
What: स्वर्ण का सबसे बड़ा उपभोक्ता
When: 14 नवंबर 2013


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