पाकिस्तान के प्रधानमंत्री
नवाज शरीफ ने ले. जनरल राहील शरीफ को सेना का अध्यक्ष नियुक्त किया. इन्हीं के साथ
ही लेफ़्टिनेंट जनरल राशिद महमूद को ज्वाइंट चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ कमेटी का प्रमुख
नियुक्त किया. इनके
नियुक्ति की घोषणा 27 नवंबर 2013 को की गई.
ले. जनरल राहील शरीफ को 29 नवंबर 2013 को सेवानिवृत हो रहे 61 वर्षीय जनरल अशफाक परवेज कियानी का स्थान लेना है. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सुझाए गए दोनों नामों पर पकिस्तान के राष्ट्रपति मैमून हुसैन ने अपनी मंजूरी प्रदान की.
ले. जनरल राहील से सम्बंधित मुख्य तथ्य
• सेना अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले ले. जनरल राहील इंस्पेक्टर जनरल ट्रेनिंग एंड इवोल्यूशन के पद पर रहे.
• वह कोर कमांडर गुजरावालां और पाकिस्तानी सैन्य एकेडमी काकोल के कमांडेंट के पद पर काम कर चुके हैं.
• जनरल राहील पहली बार निशान-ए-हैदर पाने वाले मेजर शब्बीर शरीफ के छोटे भाई हैं जो 1971 में पाकिस्तान और भारत के युद्ध में मारे गए थे.
• जनरल राशिद मुहम्मद इससे पहले चीफ ऑफ जनरल स्टाफ के पद पर थे और वो कोर कमांडर लाहौर भी रहे हैं.
विदित हो कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दो बार उनके सेना अध्यक्षों ने उनके नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक सरकार को गिराया था. पहली बार वर्ष 1993 में तत्कालीन सेना प्रमुख अब्दुल वहीद काकड़ ने शरीफ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया और उसी वर्ष पुनः चुनाव कराए गए. दूसरी बार वर्ष 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने उनकी सरकार का तख्तापलट किया
ले. जनरल राहील शरीफ को 29 नवंबर 2013 को सेवानिवृत हो रहे 61 वर्षीय जनरल अशफाक परवेज कियानी का स्थान लेना है. प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा सुझाए गए दोनों नामों पर पकिस्तान के राष्ट्रपति मैमून हुसैन ने अपनी मंजूरी प्रदान की.
ले. जनरल राहील से सम्बंधित मुख्य तथ्य
• सेना अध्यक्ष नियुक्त होने से पहले ले. जनरल राहील इंस्पेक्टर जनरल ट्रेनिंग एंड इवोल्यूशन के पद पर रहे.
• वह कोर कमांडर गुजरावालां और पाकिस्तानी सैन्य एकेडमी काकोल के कमांडेंट के पद पर काम कर चुके हैं.
• जनरल राहील पहली बार निशान-ए-हैदर पाने वाले मेजर शब्बीर शरीफ के छोटे भाई हैं जो 1971 में पाकिस्तान और भारत के युद्ध में मारे गए थे.
• जनरल राशिद मुहम्मद इससे पहले चीफ ऑफ जनरल स्टाफ के पद पर थे और वो कोर कमांडर लाहौर भी रहे हैं.
विदित हो कि प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दो बार उनके सेना अध्यक्षों ने उनके नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक सरकार को गिराया था. पहली बार वर्ष 1993 में तत्कालीन सेना प्रमुख अब्दुल वहीद काकड़ ने शरीफ को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया और उसी वर्ष पुनः चुनाव कराए गए. दूसरी बार वर्ष 1999 में जनरल परवेज मुशर्रफ ने उनकी सरकार का तख्तापलट किया
Who: ले. जनरल राहील शरीफ
Where: पाकिस्तान
What: सेना का अध्यक्ष नियुक्त
When: 27 नवंबर 2013
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