संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप (अकादमी रत्न) और अकादमी पुरस्कार- 2013 -(27-NOV-2013) C.A

| Wednesday, November 27, 2013
संगीत नाटक अकादमी की आम परिषद द्वारा कनक रेले, आर सत्यनारायण और महेश इलकुंचावर को वर्ष 2013 के संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप ( अकादमी रत्न ) हेतु चुना गया. 

इसी के साथ अकादमी की आम परिषद ने वर्ष 2013 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों के चयन की भी घोषणा की.  इनके चयन संबंधी निर्णय 21 नवंबर 2013  को नई दिल्ली में आयोजित संगीत नाटक अकादमी की आम परिषद की एक बैठक में लिया गया.

संगीत नाटक अकादमी की फेलोशिप सबसे प्रतिष्ठित और दुर्लभ सम्मान है जो एक निश्चित समय में बहुत ही सीमित संख्या प्रदान किया जाता है. वर्ष 2013 के  तक संगीत नाटक अकादमी के केवल 40 फैलो हैं.

अकादमी की आम परिषद ने वर्ष 2013 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कारों के लिए संगीत , नृत्य , रंगमंच और कठपुतली कला के क्षेत्र से 38 कलाकारों (2 संयुक्त पुरस्कार) का भी चयन किया.

संगीत के क्षेत्र में  नौ  कलाकारों - हिंदुस्तानी गायन में ऋत्विक सान्याल , श्रीमती वीना सहस्रबुद्धे, हिंदुस्तानी वाद्य संगीत ( तबला ) में हशमत अली खान, हिंदुस्तानी वाद्य संगीत ( सारंगी ) में ध्रुबा घोष, कर्नाटक गायन में ( संयुक्त पुरस्कार ) श्रीमती अरुणा साईराम , एस / डी. सेषाचारी एवं डी राघवाचारी हैदराबाद ब्रदर्स, कर्नाटक वाद्य संगीत ( मृदंगम ) में त्रिची शंकरन, कर्नाटक वाद्य संगीत ( नादस्वरम ) थिरुविझा जयशंकर , और संगीत की मुख्य परंपरा ( ओडिसी संगीत ) बंकिम सेठी को अकादमी पुरस्कार 2013 के लिए चुना गया.

पारंपरिक / लोक / जनजातीय संगीत / नृत्य / रंगमंच और कठपुतली कला में योगदान के लिए आठ कलाकारों को अकादमी पुरस्कार के लिए चुना गया.

संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप और अकादमी पुरस्कार 
अकादमी अवार्ड को अकादमी पुरस्कार और अकादमी फेलोशिप को अकादमी रत्न कहा जाता है. 
अकादमी फेलोशिप के तहत ताम्रपत्रम, अंगवस्त्रम और तीन लाख रुपए नगद तथा अकादमी पुरस्कार के तहत ताम्रपत्रम, अंगवस्त्रम के साथ एक लाख रुपए नगद प्रदान किया जाता है. 
संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रतिवर्ष संगीत और नृत्य तथा नाटक के क्षेत्र में विशिष्ट कलाकारों को दिया जाने वाला सम्मान है.
संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार द्वारा स्थापित भारत की संगीत एवं नाटक की राष्ट्रीय स्तर की सबसे बड़ी अकादमी है.  
संगीत नाटक अकादमी का मुख्यालय दिल्ली में है. 
पुरस्कारों का निर्णय अकादमी महापरिषद करती है. 
पुरस्कार समारोह में पुरस्कार वितरण भारत के राष्ट्रपति द्वारा होता है. 
संगीत, नृत्य और नाटक के क्षेत्र में अकादमी प्रतिवर्ष कुछ रत्न सदस्यों (फेलो) का चुनाव करती है.
 
संगीत नाटक अकादमी 
भारत सरकार ने एक संसदीय प्रस्ताव द्वारा एक स्वायत्त संस्था के रूप में संगीत नाटक अकादमी की स्थापना करने का निर्णय किया. उसके अनुसार वर्ष 1953 में अकादमी की स्थापना हुई. वर्ष 1961 में अकादमी भंग कर दी गई और इसका नए रूप में गठन किया गया.
Where: नई दिल्ली
What: वर्ष 2013 के संगीत नाटक अकादमी फैलोशिप
When: 21 नवंबर 2013


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