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राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों का 22वां सम्मेलन युवाओं, अंतरराष्ट्रीय व्यापार और
समावेशी विकास संबंधी तीन घोषणा पत्रों को स्वीकार करने के साथ श्रीलंका के
कोलंबों में 17 नवम्बर 2013 को संपन्न
हुआ.
सदस्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों
को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की. इसी के साथ सभी नेता अगला चोगम
सम्मेलन 2015 में माल्टा में करने के प्रस्ताव पर
सहमत हुए. बैठक के समापन पर श्रीलंका के राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्से ने चोगम शिखर
सम्मेलन को उपयोगी बताया और श्रीलंका में मानवाधिकारों के मुद्दे पर अपनी स्थिति
स्पष्ट की.
चोगम शिखर सम्मेलन-2013 से संबंधित
मुख्य तथ्य
• यह सम्मेलन 15-17 नवम्बर
2013 के मध्य श्रीलंका के कोलंबो में आयोजित किया गया.
• श्रीलंका ने 53 देशों के इस राष्ट्रमंडल संगठन की अध्यक्षता वर्ष 2014 तक ग्रहण कर ली. इसके बाद अध्यक्षता मॉरिशस को सौंप दी जानी है.
• वर्ष 2013 के चोगम शिखर सम्मेलन का विषय ग्रोथ विद इक्विटी: इंक्लूसिव डेवलपमेंट एंडेड रखा गया था.
• कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर और मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने श्रीलंका के मानवाधिकारों की स्थिति के मद्देनजर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया.
• वर्ष 2013 के चोगम शिखर सम्मेलन का आधिकारिक प्रतीक वाटर लिली फूल (Water lily flower) है. यह लोगो श्रीलंका के राष्ट्रीय फूल ब्लू वाटर लिली (नील मानेल) को दर्शाता है.
• इस फूल की बहु रंगीन पंखुड़ियां एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य के भीतर विभिन्न राष्ट्रमंडल देशों में विविधता, आजीविका और एकता को प्रदर्शित है.
• महारानी एलिजाबेथ के प्रतिनिधित्व के रूप में इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स ने 22वें चोगम शिखर सम्मेलन का उद्धाटन किया था.
• सभी नेता वर्ष 2015 का चोगम शिखर सम्मेलन माल्टा में करने के प्रस्ताव पर सहमत हुए.
• प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मेलन में भाग न लेने के फैसले के बाद, भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने किया था.
• 53 सदस्यों वाले संगठन में से 26 देशों के शासनाध्यक्षों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया.
• श्रीलंका ऐसा पहला एशियाई देश है जिसने 24 वर्षों के बाद चोगम शिखर सम्मेलन की मेजबानी की.
• श्रीलंका ने 53 देशों के इस राष्ट्रमंडल संगठन की अध्यक्षता वर्ष 2014 तक ग्रहण कर ली. इसके बाद अध्यक्षता मॉरिशस को सौंप दी जानी है.
• वर्ष 2013 के चोगम शिखर सम्मेलन का विषय ग्रोथ विद इक्विटी: इंक्लूसिव डेवलपमेंट एंडेड रखा गया था.
• कनाडा के प्रधानमंत्री स्टीफन हार्पर और मॉरिशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने श्रीलंका के मानवाधिकारों की स्थिति के मद्देनजर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया.
• वर्ष 2013 के चोगम शिखर सम्मेलन का आधिकारिक प्रतीक वाटर लिली फूल (Water lily flower) है. यह लोगो श्रीलंका के राष्ट्रीय फूल ब्लू वाटर लिली (नील मानेल) को दर्शाता है.
• इस फूल की बहु रंगीन पंखुड़ियां एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य के भीतर विभिन्न राष्ट्रमंडल देशों में विविधता, आजीविका और एकता को प्रदर्शित है.
• महारानी एलिजाबेथ के प्रतिनिधित्व के रूप में इंग्लैंड के प्रिंस चार्ल्स ने 22वें चोगम शिखर सम्मेलन का उद्धाटन किया था.
• सभी नेता वर्ष 2015 का चोगम शिखर सम्मेलन माल्टा में करने के प्रस्ताव पर सहमत हुए.
• प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मेलन में भाग न लेने के फैसले के बाद, भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने किया था.
• 53 सदस्यों वाले संगठन में से 26 देशों के शासनाध्यक्षों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया.
• श्रीलंका ऐसा पहला एशियाई देश है जिसने 24 वर्षों के बाद चोगम शिखर सम्मेलन की मेजबानी की.
चोगम शिखर सम्मेलन
चोगम शिखर सम्मेलन प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किया जाता है.
चोगम राष्ट्रमंडल देशों के नेताओं का सम्मेलन है जिसमें यह नेता वैश्विक और
राष्ट्रमंडल मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आते हैं और सामूहिक नीतियों और
पहल के बारे में फैसला करने के लिए सक्षम करने के लिए आयोजित किया जाता है. चोगम
शिखर सम्मेलन का आयोजन संयुक्त रूप से मेजबान देश और राष्ट्रमंडल सचिवालय द्वारा
किया जाता है. इसके 53 सदस्य देश हैं. राष्ट्रमंडल देशों के
शासनाध्यक्षों के प्रथम सम्मेलन का आयोजन वर्ष 1971 सिंगापुर
में किया गया था. जबकि राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के 7वें सम्मेलन का आयोजन वर्ष 1983 में भारत में किया
गया था.
विदित हो कि वर्ष 2011 का चोगम शिखर
सम्मेलन पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया गया था.
Where: कोलंबों, श्रीलंका
What: राष्ट्रमंडल
देशों के शासनाध्यक्षों का 22वां सम्मेलन संपन्न हुआ
When: 17 नवम्बर 2013
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