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यूएनएफसीसीसी के सदस्य देशों
का 19वां सम्मेलन कोप-19 (COP19) वारसा में 11 नवंबर 2013 को प्रारम्भ हुआ. इस सम्मलेन को 22 नवंबर 2013
को संपन्न होना है. जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र
फ्रेमवर्क कंवेंशन (यूएनएफसीसीसी) के 19वें सत्र में
विश्व के 190 देशों के प्रतिनिधियों को वैश्विक जलवायु
परिवर्तन की समस्या और उसके समाधान पर चर्चा करना है.
पोलैंड के पर्यावरण मंत्री मारसिन कोरोलेक ने इस सम्मेलन के प्रथम सत्र का अध्यक्षता की.
चर्चा के मुख्य बिंदु
• वर्ष 2015 तक जलवायु समझौता पर हस्ताक्षर करने की दिशा में प्रगति करना.
• एक ग्रीन क्लाइमेट फंड (हरित जलवायु कोष) बनाने पर सहमति बनाना.
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मेलन पर भारत का दृष्टिकोण
भारत ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मेलन (यूएनएफसीसीसी) के तहत स्वीकृत इस सिद्धांत को दोहराने का निर्णय लिया कि जलवायु परिवर्तन से धरती को बचाने का दायित्व सबका है, लेकिन इसकी अधिक जिम्मेदारी विकसित देशों को लेनी होगी, जिन्होंने पिछले 250 वर्षों के दौरान वातावरण में भारी मात्रा में कार्बन-डाई-ऑक्साइड और अन्य ग्रीनहाउस गैसें छोड़ी हैं.
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मेलन
द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात जलवायु परिवर्तन को लेकर वैश्विक स्तर पर चर्चाएँ प्रारंभ हुईं. वर्ष 1972 मे स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में जलवायु परिवर्तन को लेकर पहला सम्मेलन आयोजित किया गया. इसमें यह निर्णय हुआ कि प्रत्येक देश जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए घरेलू नियम बनाएगा. इस आशय की पु्ष्टि हेतु 1972 में ही संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का गठन किया गया.
स्टॉकहोम सम्मेलन के बाद वर्ष 1992 में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में सम्बद्ध राष्ट्रों के प्रतिनिधि एकत्रित हुए तथा जलवायु परिवर्तन संबंधित कार्ययोजना के भविष्य की दिशा पर पुनः चर्चा की. इस सम्मेलन को रियो सम्मेलन के नाम से भी जाना जाता है. रियो डि जेनेरियो में यह तय किया गया कि सदस्य राष्ट्र प्रत्येक वर्ष एक सम्मेलन में एकत्रित होंगे तथा जलवायु संबंधित चिंताओं और कार्ययोजनाओं पर चर्चा करेंगें. इस सम्मेलन को कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कोप) नाम दिया गया. वर्ष 1995 में पहला कोप सम्मेलन आयोजित किया गया. वर्ष 1995 से 2012 तक कुल 18 कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कोप-18) आयोजित किये गए.
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का मुख्यालय नैरोबी को बनाया गया.
कोप-18
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की संधि के मसौदे पर सभी पक्षों का 18वां सम्मेलन ( कोप-18) दोहा में 26 नवंबर 2012 से 8 दिसंबर 2012 के बीच आयोजित किया गया
पोलैंड के पर्यावरण मंत्री मारसिन कोरोलेक ने इस सम्मेलन के प्रथम सत्र का अध्यक्षता की.
चर्चा के मुख्य बिंदु
• वर्ष 2015 तक जलवायु समझौता पर हस्ताक्षर करने की दिशा में प्रगति करना.
• एक ग्रीन क्लाइमेट फंड (हरित जलवायु कोष) बनाने पर सहमति बनाना.
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मेलन पर भारत का दृष्टिकोण
भारत ने जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मेलन (यूएनएफसीसीसी) के तहत स्वीकृत इस सिद्धांत को दोहराने का निर्णय लिया कि जलवायु परिवर्तन से धरती को बचाने का दायित्व सबका है, लेकिन इसकी अधिक जिम्मेदारी विकसित देशों को लेनी होगी, जिन्होंने पिछले 250 वर्षों के दौरान वातावरण में भारी मात्रा में कार्बन-डाई-ऑक्साइड और अन्य ग्रीनहाउस गैसें छोड़ी हैं.
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मेलन
द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात जलवायु परिवर्तन को लेकर वैश्विक स्तर पर चर्चाएँ प्रारंभ हुईं. वर्ष 1972 मे स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में जलवायु परिवर्तन को लेकर पहला सम्मेलन आयोजित किया गया. इसमें यह निर्णय हुआ कि प्रत्येक देश जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए घरेलू नियम बनाएगा. इस आशय की पु्ष्टि हेतु 1972 में ही संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का गठन किया गया.
स्टॉकहोम सम्मेलन के बाद वर्ष 1992 में ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में सम्बद्ध राष्ट्रों के प्रतिनिधि एकत्रित हुए तथा जलवायु परिवर्तन संबंधित कार्ययोजना के भविष्य की दिशा पर पुनः चर्चा की. इस सम्मेलन को रियो सम्मेलन के नाम से भी जाना जाता है. रियो डि जेनेरियो में यह तय किया गया कि सदस्य राष्ट्र प्रत्येक वर्ष एक सम्मेलन में एकत्रित होंगे तथा जलवायु संबंधित चिंताओं और कार्ययोजनाओं पर चर्चा करेंगें. इस सम्मेलन को कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कोप) नाम दिया गया. वर्ष 1995 में पहला कोप सम्मेलन आयोजित किया गया. वर्ष 1995 से 2012 तक कुल 18 कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (कोप-18) आयोजित किये गए.
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम का मुख्यालय नैरोबी को बनाया गया.
कोप-18
जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की संधि के मसौदे पर सभी पक्षों का 18वां सम्मेलन ( कोप-18) दोहा में 26 नवंबर 2012 से 8 दिसंबर 2012 के बीच आयोजित किया गया
Where: वारसा
What: यूएनएफसीसीसी के
सदस्य देशों का 19वां सम्मेलन
When: 11 नवंबर 2013
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