कन्नड़
और तेलुगु फिल्मों के जाने-माने निर्देशक और पटकथा लेखक डी राजेन्द्र बाबू का
बंगलौर में दिल का दौरा पड़ने से 3 नवम्बर 2013 को निधन हो गया. वह 62 वर्ष के थे.
डी राजेन्द्र बाबू के जीवन से संबंधित मुख्य तथ्य
• डी राजेन्द्र बाबू ने तीन दशक पहले फिल्म जगत में कदम रखा और दक्षिणी
भारतीय भाषाओं की 50 से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया.
• उन्होंने कई फ़िल्मों का लेखन और निर्देशन का कार्य किया.
• कन्नड़ फ़िल्मों के अलावा उन्होंने मलयाली और हिन्दी के साथ-साथ तेलुगू फ़िल्मों का भी निर्देशन किया.
• उन्हें वर्ष 2012 में पुट्टना कंगल पुरस्कार (Puttanna Kanagal Award) से सम्मानित किया गया था.
• वह कन्नड़ सिनेमा के एक जाने-माने निर्देशक थे.
• उन्हें उनकी फिल्म हब्बा (Habba) के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए कर्नाटक राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
• उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियों हैं.
• डी राजेन्द्र बाबू का जन्म 30 मार्च 1951 से हुआ था.
• उन्होंने कई फ़िल्मों का लेखन और निर्देशन का कार्य किया.
• कन्नड़ फ़िल्मों के अलावा उन्होंने मलयाली और हिन्दी के साथ-साथ तेलुगू फ़िल्मों का भी निर्देशन किया.
• उन्हें वर्ष 2012 में पुट्टना कंगल पुरस्कार (Puttanna Kanagal Award) से सम्मानित किया गया था.
• वह कन्नड़ सिनेमा के एक जाने-माने निर्देशक थे.
• उन्हें उनकी फिल्म हब्बा (Habba) के लिए सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिए कर्नाटक राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
• उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियों हैं.
• डी राजेन्द्र बाबू का जन्म 30 मार्च 1951 से हुआ था.
Who: निर्देशक और पटकथा लेखक डी
राजेन्द्र बाबू
Where: बंगलौर
What: निधन हो गया
When: 3 नवम्बर 2013
Why: दिल का दौरा पड़ने से
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