यूएन ने अफ्रीका के साहेल क्षेत्र के लिए ‘साहेल ह्यूमेनिटेरियन अपील फॉर 2016’ का शुभारम्भ किया-(11-DEC-2015) C.A

| Friday, December 11, 2015

संयुक्त राष्ट्र ने 9 दिसंबर  2015 को अफ्रीका के साहेल क्षेत्र के लिए 2016 के लिए ‘साहेल ह्यूमेनिटेरियन अपील फॉर 2016’ का शुभारंभ किया.
साहेल ह्यूमेनिटेरियन अपील फॉर 2016 के अंतर्गत अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में आने वाले 9 देशों को 1.98 बिलियन डॉलर की सहायता प्रदान की जाएगी.
साहेल ह्यूमेनिटेरियन अपील फॉर 2016 का लक्ष्य विस्थापित लोगों को आवश्यक खाद्य, स्वास्थ्य देखभाल, सुरक्षित पानी और साफ-सफाई प्रदान करना है.

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार 

• वर्तमान में साहेल क्षेत्र की जनसंख्या लगभग 150 मिलियन है.
• प्रत्येक 6 लोगों में 1 का खाद्य असुरक्षित है.
• प्रत्येक 25 में 1 को तत्काल खाद्य की आवश्यकता है.
• प्रत्येक 5 बच्चों में 1 कुपोषित है.
• लगभग 4.5 मिलियन लोग इस क्षेत्र से विवादों के चलते विस्थापित हो चुके हैं.

यूएन के मानवीय मामलों के समन्वय के लिए कार्यालय(ओसीएचए) ने अनुमान लगाया है की वर्ष 2016 तक इस क्षेत्र के 23.5 मिलियन लोगों के पास खाने के लिए भोजन भी उचित मात्र में उपलब्ध नहीं होगा.
इन 23.5 मिलियन लोगों में से 6 मिलियन लोगों को तत्काल खाद्य सहायता चाहिए होगी और 5.9 मिलियन बच्चे कुपोषित होंगे.
साहेल क्षेत्र
• साहेल या सहेल पट्टी अफ़्रीका के पश्चिम से पुर्व तक फ़ैला एक क्षेत्र है. 
• यह क्षेत्र  सहारा के रेगिस्तान को दक्षिण के घास के मैदानो से पृथक करता है.
• सहेल पट्टी की लंबाई 3862 किलोमीटर है.
• यह अटलांटिक महासागर से लेकर लाल सागर तक फ़ैली हुई है.
• इस पट्टी की चोड़ाई कुछ सौ किलोमीटर से लेकर हजारों किलोमीटर तक है.
• सहेल पट्टी गाम्बिया,सेनेगल, मॉरीतानिया, माली, बुर्किनाफासो,नाइजर, नाईजीरिया, चाड, केमरून मे फ़ैली हुई है.
 
विदित हो साहेल क्षेत्र में विस्थापन, गरीबी और मृत्यु के पीछे कई कारण हैं जिनमें प्राकृतिक आपदा, महामारी, आतंकवाद आदि शामिल हैं.

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