प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, कृषि विशेषज्ञ, पत्रकार एवं किसानों के हितों के लिए आवाज़ उठाने वाले शरद जोशी का 12 दिसंबर 2015 को पुणे में निधन हो गया. वे 80 वर्ष के थे.
जोशी के परिवार में उनकी बेटियां श्रेया सहाने एवं गौरी जोशी हैं.
जोशी के परिवार में उनकी बेटियां श्रेया सहाने एवं गौरी जोशी हैं.
शरद जोशी
• 3 सितम्बर 1935 को सतारा में जन्में जोशी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई से हासिल की. उन्होंने सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के लेक्चरर के रूप में कार्य भी किया.
• वे भारतीय डाक विभाग में भी कार्यरत रहे.
• इसके उपरांत वे बर्न, स्विट्ज़रलैंड में मुख्य सूचना विज्ञान सेवा इंटरनेशनल ब्यूरो, संयुक्त राष्ट्र संगठन में कार्यरत रहे.
• 10 वर्ष पश्चात् उन्होंने नौकरी छोड़ दी एवं वापिस भारत आ गये यहां आकर उन्होंने वर्ष 1970 में शेतकरी संगठन की स्थापना की.
• उन्होंने कृषि संबंधी मुद्दों पर विभिन्न जन आंदोलनों का नेतृत्व किया.
• उन्होंने 14 राज्यों के विभिन्न संगठनों को मिलाकर किसान सहयोग समिति की भी स्थापना की.
• उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के अधिकारों की रक्षा हेतु शेतकारी महिला अघादी (एसएमए) संगठन की भी स्थापना की.
• वे भारतीय डाक विभाग में भी कार्यरत रहे.
• इसके उपरांत वे बर्न, स्विट्ज़रलैंड में मुख्य सूचना विज्ञान सेवा इंटरनेशनल ब्यूरो, संयुक्त राष्ट्र संगठन में कार्यरत रहे.
• 10 वर्ष पश्चात् उन्होंने नौकरी छोड़ दी एवं वापिस भारत आ गये यहां आकर उन्होंने वर्ष 1970 में शेतकरी संगठन की स्थापना की.
• उन्होंने कृषि संबंधी मुद्दों पर विभिन्न जन आंदोलनों का नेतृत्व किया.
• उन्होंने 14 राज्यों के विभिन्न संगठनों को मिलाकर किसान सहयोग समिति की भी स्थापना की.
• उन्होंने ग्रामीण महिलाओं के अधिकारों की रक्षा हेतु शेतकारी महिला अघादी (एसएमए) संगठन की भी स्थापना की.
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