वर्ष 2016 को इंग्लैंड-भारत शिक्षा अनुसंधान एवं नवाचार वर्ष के रूप में लॉन्च किया-(11-DEC-2015) C.A

| Friday, December 11, 2015

UK-INDIA Yearभारत और इंग्लैंड ने 9 दिसम्बर 2015 को एक संयुक्त कार्यक्रम आरंभ किया जिसका नाम है, 2016: को इंग्लैंड-भारत शिक्षा अनुसंधान एवं नवाचार वर्ष.

इसका आरंभ इंग्लैंड के राज्य, व्यापार नवाचार और कौशल सचिव साजिद जाविद एवं भारत की मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा किया गया.
मुख्य विशेषताएं
• इसके अंतर्गत इंग्लैंड के अकादमीशियन भारत में ग्लोबल इनिशिएटीव ऑफ़ अकादमिक नेटवर्क्स प्रोग्राम के तहत भारत आ सकेंगे.
• इसके द्वारा दस शोध क्षेत्रों में इंप्रिंट के तहत साझेदारी को बढ़ावा दिया जायेगा.
• इससे दोनों देशों के बीच शिक्षा, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलेगी.
• इससे सस्थानों में तकनीकी प्रयोग बढ़ेगा एवं रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे. इन सभी क्षेत्रों पर इंग्लैंड के सहयोग से कार्य किया जायेगा जो मेक इन इंडिया कार्यक्रम को मजबूती प्रदान करेगा.
• इसके अतिरिक्त साजिद जाविद ने चेवनिंग गुरुकुल फैलोशिप कार्यक्रम के 20वें वर्ष के आरम्भ किये जाने की भी घोषणा की.
इंग्लैंड-भारत शिक्षा एवं अनुसंधान चरण-III
जाविद ने यह भी कहा कि वे इंग्लैंड-भारत शिक्षा एवं अनुसंधान पहल के तीसरे चरण से यह आशा करते हैं कि दोनों देश इस संबंध में बेहतर तालमेल का प्रदर्शन करेंगे.

वार्षिक 3 मिलियन पौंड वाले इस तीसरे चरण का आरम्भ 1 अप्रैल 2016 से होगा. अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय मुद्दों के लिए आधारभूत फ्रेमवर्क उपलब्ध कराया जायेगा.

यह नेतृत्व और संकाय विकास, शिक्षा प्रणाली में कौशल का एकीकरण, ई-साझेदारी एवं मोबिलिटी को बढ़ावा पर केन्द्रित होगी.

पृष्ठभूमि
इसका आरंभ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं इंग्लैंड के प्रधानमंत्री डेविड कैमेरून द्वारा किया गया. इसकी घोषणा नवम्बर 2015 को मोदी की इंग्लैंड यात्रा के दौरान की गयी.

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