भारत और जापान के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर 12 दिसंबर 2015 को एक समझौता हुआ. दिल्ली के हैदराबाद हाउस में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए.
बुलेट ट्रेन समझौते से संबंधित मुख्य तथ्य:
• बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए जापान भारत को कुल 12 अरब डॉलर यानी करीब 80,400 करोड़ रुपये का लोन देगा.
• इसमें खास बात यह है कि जापान ने भारत को यह कर्ज महज 0.1 पर्सेंट की ब्याज दर पर देने का ऐलान किया है.
• जापान, भारत को 50 साल की अवधि के लिए यह कर्ज देगा. जिस पर 15 साल तक कोई ब्याज नहीं चुकाना होगा.
• जापान के साथ मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए करार किया गया है.
• रक्षा उपकरणों एवं प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए भी दोनों देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.
• इसके अलावा जापान ने भारत में अगले पांच सालों में 35 अरब डॉलर यानी करीब 2,34,500 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की.
• दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु समझौते को लेकर भी करार हुआ.
• बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए जापान भारत को कुल 12 अरब डॉलर यानी करीब 80,400 करोड़ रुपये का लोन देगा.
• इसमें खास बात यह है कि जापान ने भारत को यह कर्ज महज 0.1 पर्सेंट की ब्याज दर पर देने का ऐलान किया है.
• जापान, भारत को 50 साल की अवधि के लिए यह कर्ज देगा. जिस पर 15 साल तक कोई ब्याज नहीं चुकाना होगा.
• जापान के साथ मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के लिए करार किया गया है.
• रक्षा उपकरणों एवं प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए भी दोनों देशों ने समझौते पर हस्ताक्षर किए.
• इसके अलावा जापान ने भारत में अगले पांच सालों में 35 अरब डॉलर यानी करीब 2,34,500 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की.
• दोनों देशों के बीच असैन्य परमाणु समझौते को लेकर भी करार हुआ.
विदित हो कि कुल 98 हजार करोड़ रूपये के इस समझौते पर करार के बाद दिए गए साझा बयान में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समझौते को भारतीय रेलवे में क्रांतिकारी कदम बताया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस मौके पर जापानियों को वीजा ऑन अराइवल की सुविधा दिए जाने की भी घोषणा की.
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