केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 16 दिसंबर 2015 को भारत एवं ब्रिक्स देशों (ब्राज़ील, रूस, चीन एवं दक्षिण अफ्रीका) के बीच उर्जा संरक्षण को मजबूत बनाने हेतु एक समझौता ज्ञापन को मंजूरी प्रदान की.
समझौता ज्ञापन की विशेषताएं
• संयुक्त वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान
• व्याख्यान और सेमिनार आयोजित कराना
• क्षमता विकास एवं तकनीक हस्तांतरण
• तकनीकी विकास, शेयरिंग पॉलिसी एवं बेहतर सेवाएं
• उर्जा बचत को बढ़ावा देने वाली तकनीक एवं कार्यों को अपनाना. इसे व्यापारिक उद्देश्यों हेतु ब्रिक्स देशों एवं उससे जुड़े देशों में अपनाया जायेगा.
इस समझौता ज्ञापन के अनुसार, ब्रिक्स देशों द्वारा उर्जा बचत के क्षेत्र में सहयोग के व्यापक कार्यक्रमों के विकास एवं प्रसार पर कार्य किया जायेगा. साथ ही इन कार्यक्रमों को लागू करने के तरीकों एवं अर्थव्यवस्थाओं में उर्जा दक्षता बढ़ाने के उपायों पर भी कार्य किया जायेगा.
• संयुक्त वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान
• व्याख्यान और सेमिनार आयोजित कराना
• क्षमता विकास एवं तकनीक हस्तांतरण
• तकनीकी विकास, शेयरिंग पॉलिसी एवं बेहतर सेवाएं
• उर्जा बचत को बढ़ावा देने वाली तकनीक एवं कार्यों को अपनाना. इसे व्यापारिक उद्देश्यों हेतु ब्रिक्स देशों एवं उससे जुड़े देशों में अपनाया जायेगा.
इस समझौता ज्ञापन के अनुसार, ब्रिक्स देशों द्वारा उर्जा बचत के क्षेत्र में सहयोग के व्यापक कार्यक्रमों के विकास एवं प्रसार पर कार्य किया जायेगा. साथ ही इन कार्यक्रमों को लागू करने के तरीकों एवं अर्थव्यवस्थाओं में उर्जा दक्षता बढ़ाने के उपायों पर भी कार्य किया जायेगा.
0 comments:
Post a Comment